वाराणसी: हाल ही में जम्मू-कश्मीर की नेता और समाजिक कार्यकर्ता इल्तिजा मुफ्ती द्वारा सनातन धर्म और वीर सावरकर पर दिए गए विवादित बयान के बाद वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखने को मिला। इल्तिजा मुफ्ती ने अपने बयान में सनातन धर्म को लेकर अपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, साथ ही वीर सावरकर के प्रति भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया था, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मच गई।
वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध करते हुए बुद्धि शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। इस मौके पर उन्होंने विरोध स्वरूप पूजा-अर्चना की और समाज में धार्मिक सद्भावना की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस तरह के बयानों से समाज में नफरत और विभाजन फैलता है, और इसे रोकने के लिए हर संभव कदम उठाना जरूरी है।

विरोध प्रदर्शन के तहत आज वाराणसी में महावीर सेना के जिला अध्यक्ष व भाजपा कार्यकर्ता धर्मेंद्र पांडेय के नेतृत्व में तमाम समाजसेवी भाजपा कार्यकर्ताओं ने चंदुवा वीर बाबा मंदिर पर इल्तिजा मुफ्ती के विरोध प्रदर्शन के तौर पर बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर भगवान से सद्बुद्धि देने की मांग की
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि पीडीपी प्रमुख की बेटी वर्ग विशेष के लोगों के वोट बैंक को साधने के लिए साधु संतों व सनातनियों के खिलाफ विवादित बयान दे रही है साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि पीडीपी प्रमुख की बेटी ने वीर सावरकर के बारे में विवादित बयान देकर सनातन धर्म को व वीर सावरकर जो की महान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में जाने जाते हैं इन दोनों को बदनाम कर एक वर्ग विशेष को खुश करना चाहती हैं इस विवादित बयान दिए जाने से हम सभी भाजपा के कार्यकर्ता इंतजा मुफ्ती का विरोध जताते हैं और अपनी विवादित बयान दिए जाने पर सार्वजनिक तौर पर इंतजा मुफ्ती माफी मांगे
विरोध प्रदर्शन में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष शिवनारायण गुप्ता प्रदेश के भाजपा पदाधिकारी सियाराम तिवारी, संजीव गुप्ता पूर्व मंडल महामंत्री, भाजपा नेता मनीष उपाध्याय, मनोज जायसवाल, विनोद भारती, आनंद खुशबू, सुनील गुप्ता,राजू मिश्रा, धर्मवीर मौर्य, रतन सिंह, रामधनी यादव ,विशाल सिंह, रोहित, वैद्य ,पूजा त्रिपाठी ,रीना विश्वकर्मा, आशा गुप्ता, सविता सिंह समेत विभिन्न भाजपा कार्यकर्ता व समाजसेवी उपस्थित थे
भा.ज.पा. नेताओं ने कहा कि समाज में भारतीय संस्कृति और धर्म का सम्मान होना चाहिए, और जो लोग इस पर सवाल उठाते हैं, उन्हें सख्त संदेश दिया जाना चाहिए। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जुटे और उनका कहना था कि वे किसी भी तरह से भारतीय संस्कृति को अपमानित करने की अनुमति नहीं देंगे।