दीक्षान्त समारोह विश्वविद्यालय का महापर्व – कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा
विश्वविद्यालय का 42वां दीक्षान्त समारोह दिनाँक 26 सितंबर 2024 को होने जा रहा है जिसमें संस्था के महापर्व होने के कारण सभी समितियों के संयोजक गण आपसी सामंजस्य स्थापित कर इस समारोह को सफ़लता पूर्वक संपादित कराएं।
उक्त विचार सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने आज दिनाँक 26 सितम्बर 2024 को विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षान्त समारोह के तैयारियों की बैठक में समीक्षा के दौरान व्यक्त किया। विश्वविद्यालय का यह महापर्व है, इसको सभी लोग मिलकर धूमधाम से मनाने के लिये संकल्पित भाव से तैयारी करें।
19 समितियों के संयोजकों के साथ बैठक
ज्ञातव्य हो कि प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी 42 वें दीक्षान्त समारोह के आयोजन को सफ़ल बनाने के लिये विभिन्न तरह की 19 समितियों का गठन किया गया है जिसमें संयोजक प्रत्येक समिति का नेतृत्व करेंगे।
कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने क्रमशः सभी 19 समितियों के संयोजकों के साथ तैयारियों के प्रत्येक पहलुओं की सूक्ष्मता से समीक्षा कर दीक्षान्त को महापर्व के रूप में मनाए जाने का दिशानिर्देश देते हुए कुलपति प्रो. शर्मा ने कहा कि आप सभी के सहयोग में मेरे स्तर से 24 घंटे सहयोग दिया जाएगा, किसी भी तरह समस्या होने पर त्वरित सहयोग मिलेगा।
कुलपति प्रो. शर्मा ने बताया कि परीक्षा परिणाम शीघ्र समय पर घोषित होंगे जिससे दीक्षान्त में किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न न हो तथा शीघ्र ही मुख्य अतिथि की भी घोषणा की जाएगी जिससे निमंत्रण पत्र प्रकाशन आदि में कोई समस्या न होने पाये। समारोह को भव्य बनाने के लिए सभी लोग मिलजुलकर आगे बढ़े।
उपस्थित ज़न
उक्त बैठक में कुलसचिव राकेश कुमार, प्रो. रामकिशोर त्रिपाठी, प्रो. हरिशंकर पाण्डेय,प्रो. जितेन्द्र कुमार, प्रो. सुधाकर मिश्र, प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी, प्रो. अमित कुमार शुक्ल, प्रो. शैलेश कुमार मिश्र, प्रो. राजनाथ, प्रो. हीरक कांत चक्रवर्ती, प्रो. रमेश प्रसाद, प्रो. महेंद्र पाण्डेय, प्रो. शंभू नाथ शुक्ल, प्रो. दिनेश कुमार गर्ग, डॉ पद्माकर मिश्र आदि उपस्थित थे.