हापुड़ (मनीष कुमार) सरस्वती इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ में एमबीबीएस प्रथम वर्ष बैच 2025 के लिए ग्रैंड ओरिएंटेशन एवं वेलकम कार्यक्रम का भव्य आयोजन कॉलेज ऑडिटोरियम में अत्यंत उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। यह अवसर उन नवागंतुक विद्यार्थियों के लिए एक नए शैक्षणिक सफर की शुरुआत का प्रतीक रहा, जिन्होंने अपने सपनों को साकार करने हेतु SIMS को अपने शिक्षा-गुरुकुल के रूप में चुना है कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ, जिसे राम्या रामचंद्रन (उपाध्यक्ष, सरस्वती ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स) तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा संपन्न किया गया। यह अनुष्ठान ज्ञान, विवेक और प्रबुद्धता के प्रकाश का प्रतीक था, जिसने समारोह को एक भावनात्मक एवं प्रेरणादायक वातावरण प्रदान किया स्वागत भाषण डॉ. बरखा गुप्ता (डीन एवं प्राचार्य अपने स्वागत भाषण में डॉ. बरखा गुप्ता ने सभी विद्यार्थियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि चिकित्सा केवल एक व्यवसाय नहीं, बल्कि सेवा, त्याग और करुणा का आजीवन संकल्प है। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, समर्पण और सहानुभूति के साथ अपने जीवन की दिशा तय करने का संदेश दिया आपने सेवा और समर्पण के इस महान पेशे में कदम रखा है। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता यह केवल मेहनत, तैयारी और सकारात्मक सोच से ही प्राप्त होती है। SIMS न केवल आपको डॉक्टर बनाएगा, बल्कि एक संवेदनशील और जिम्मेदार इंसान भी बनाएगा उन्होंने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि SIMS केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि उनके बच्चों के लिए एक संरक्षक और मार्गदर्शक की भूमिका निभाता है डॉ. गुप्ता ने उपाध्यक्ष सुश्री राम्या रामचंद्रन की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता की सराहना की, जो संस्थापक एवं चेयरमैन डॉ. जे. रामचंद्रन की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं उन्होंने गर्वपूर्वक उल्लेख किया कि सुश्री राम्या रामचंद्रन को हाल ही में दो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है बेस्ट मेडिकल एक्सीलेंस एंड फिलैंथ्रॉपी अवॉर्ड 2025” तथा
“एजुकेशनिस्ट एंड फिलैंथ्रॉपिस्ट अवॉर्ड ये सम्मान उनके नेतृत्व, संवेदनशीलता और चिकित्सा शिक्षा व समाज सेवा के प्रति समर्पण का प्रमाण हैं संस्थापक एवं चेयरमैन डॉ. जे. रामचंद्रन का प्रेरणादायक संदेश कार्यक्रम के दौरान संस्थापक एवं चेयरमैन, डॉ. जे. रामचंद्रन का प्रेरणादायक संदेश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रसारित किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को परिश्रम, ईमानदारी और सेवा को सफलता की कुंजी बताते हुए न केवल कुशल, बल्कि दयालु डॉक्टर बनने का आह्वान किया प्रेरणादायक संबोधन राम्या रामचंद्रन (Vice Chairperson सरस्वथी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स अपने भावनात्मक एवं ऊर्जावान संबोधन में सुश्री राम्या रामचंद्रन ने अपने पिता डॉ. जे. रामचंद्रन के सपनों और संघर्ष की कहानी को साझा करते हुए कहा सरस्वथी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, जो आज ज्ञान और सेवा का मंदिर बन चुका है, कभी केवल एक सपना था उस व्यक्ति का सपना जिसने कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी मेरे पिता, डॉ. जे. रामचंद्रन। मेरे लिए वे मेरे सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा दुनिया की नकारात्मकता को अपने सपनों का पैमाना न बनने दें। मेहनत, अनुशासन और ईमानदारी से संजोए गए सपनों को कोई नहीं रोक सकता। महानता कभी आराम से नहीं, बल्कि संघर्ष से जन्म लेती है उन्होंने शिक्षकों और प्रबंधन टीम की सराहना करते हुए कहा कि यही SIMS की सच्ची ताकत हैं, जो भविष्य के चिकित्सकों को न केवल शिक्षा बल्कि संस्कार भी प्रदान करते हैं एक अभिभावक होने के नाते मैं हर माता-पिता की भावनाओं को समझती हूँ। आप निश्चिंत रहें आपके बच्चे सुरक्षित, स्नेहमयी और प्रेरणादायक वातावरण में हैं उन्होंने अपने भाषण के अंत में कहा आज आप केवल SIMS का हिस्सा नहीं बने हैं — आप उस विरासत से जुड़ रहे हैं जो साहस, विश्वास और सेवा के सिद्धांतों पर आधारित है। इन्हें अपनाइए और अपने जीवन की दिशा बनाइए Vice Chairperson के संदेश के मुख्य बिंदु SIMS एक विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान है, जिसकी नींव दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प पर रखी गई है विद्यार्थियों को अनुशासन, निष्ठा और परिश्रम के साथ आगे बढ़ने का आह्वान प्रेरक विचार: महानता आराम से नहीं बल्कि संघर्ष से जन्म लेती है शिक्षकों एवं प्रबंधन टीम को SIMS की रीढ़ बताया गया।
अभिभावकों को विश्वास दिलाया गया कि उनके बच्चे सुरक्षित और मार्गदर्शित वातावरण में हैं SIMS की मूल भावना साहस विश्वास और मानवता की सेवा अन्य विशिष्ट अतिथि एवं कार्यक्रम की विशेषताएँ
कार्यक्रम में डॉ. आर.के. सेहगल (सीनियर एडवाइज़र) ने विद्यार्थियों को नम्रता, अनुशासन और शैक्षणिक उत्कृष्टता को जीवन का हिस्सा बनाने की प्रेरणा दी इस अवसर पर एन. वरदराजन (जनरल मैनेजर) आर. दत्त (डायरेक्टर – एडमिनिस्ट्रेशन), डॉ. वाई.सी. गुप्ता (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर) और एल. रुबावथी (एचआर मैनेजर) सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित रहे।
विभागाध्यक्षों ने विद्यार्थियों को एमबीबीएस पाठ्यक्रम, संस्थान की शैक्षणिक नीतियों, आधुनिक प्रयोगशालाओं एवं छात्र सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।कार्यक्रम का समापन डॉ. हर्ष प्रताप शिशोदिया (एसोसिएट प्रोफेसर, ऑर्थोपेडिक्स) द्वारा प्रस्तुत वोट ऑफ थैंक्स के साथ हुआ। तत्पश्चात राष्ट्रीय गान और सामूहिक भोज का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में सहभागिता की ज्ञान और सेवा का मंदिर SIMS सरस्वती इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ में आयोजित ग्रैंड ओरिएंटेशन एवं वेलकम कार्यक्रम ने संस्थान की मूल भावनाओं ज्ञान करुणा, अनुशासन और नैतिकता को जीवंत किया।
एमबीबीएस बैच 2025 ने आज एक ऐसे पथ पर कदम रखा है जो उन्हें न केवल एक कुशल चिकित्सक बनाएगा, बल्कि एक संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक भी, जो मानवता की सेवा के लिए समर्पित रहेगा
Previous Articleसिंधौरा में लाखों के आभूषण व नकदी चोरी, तीन माह पूर्व बेटी की हुई थी शादी, सभी आभूषण उठा ले गये चोर
Next Article युवक नें जिलाधिकारी और एसपी से लगायी न्याय की गुहार
Related Posts
Add A Comment

