Varanasi: श्री अग्रसेन कन्या पी.जी. कॉलेज, वाराणसी के बुलानाला एवं परमानंदपुर परिसर में ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर वनस्पति विज्ञान विभाग एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी,पोस्टर प्रदर्शनी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रोफेसर मिथिलेश सिंह ने वृक्षारोपण करते हुए कहा कि जिस प्रकार से वृक्ष काटे जा रहे हैं और कंक्रीट के शहर बन रहे हैं, एक गंभीर चिंतन का विषय है। यदि इस पर हम सभी जागरूक नहीं हुए तो पृथ्वी को बचा पाना मुश्किल होगा। क्योंकि वृक्षों के काटने से पृथ्वी की 40% भूमि मरुस्थलीय हो गई है जिससे दुनिया की आधी आबादी सीधे प्रभावित हो रही है। पर्यावरण हमारे जीवन की रक्षक है अतः प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य और जिम्मेदारी है कि वृक्ष लगाए जीवन और धरती दोनों बचाये। पर्यावरण संरक्षण और विकास के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है। पर्यावरण अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ एस. के. सिंह ने छात्राओं को अपने घर पर वृक्षारोपण एवं आसपास के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने हेतु प्रेरित किया।छात्राओं ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण तथा इस बढ़ते हुए तापमान से कैसे बचे विषय पर अपना विचार व्यक्त किया। छात्रा प्रतीक्षा सिंह ने पर्यावरण मे तेजी से हो रहे परिवर्तन तथा इससे बचने में वृक्ष किस प्रकार हमारी सहायता करते हैं पर अपने विचार रखे। छात्रा खुशबू गुप्ता ने पर्यावरण दिवस पर प्रकाश डालते हुए वातानुकूलित यंत्रों ,कूलर आदि के प्रयोग के स्थान पर वृक्षों के महत्व पर बल दिया। इस अवसर पर डॉ जे .पी. शर्मा, डॉ रश्मि सिंह, डॉ विभा अग्रवाल, डॉ वंदना उपाध्याय,श्री अखिलेश सिंह तथा छात्राएं उपस्थित रही।
पर्यावरण संरक्षण और विकास के बीच संतुलन बनाना आवश्यक : प्रो. मिथिलेश सिंह
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