वाराणसी: मां विंध्यवासिनी पदयात्रा समिति वाराणसी द्वारा विगत सैकड़ो वर्षों से लगातार जारी विंध्यवासिनी पदयात्रा 6 अगस्त 2024 मंगलवार को यह यात्रा श्री बाल माता मंदिर देवीकोठा लक्खी से लगभग 11:00 बजे पूजन के उपरांत प्रारंभ होकर कुंज गली रानी कुआं मां भद्रकाली मंदिर में ज्योति पूजन करते हुए। मणिकर्णिका द्वार पर 3:30 बजे पहुंचेगी जहां से यह यात्रा भव्य शोभायात्रा यात्रा के रूप में ज्ञानवापी बांसफाटक गदौलिया गिरजाघर लक्सा होते हुए पवित्र गुरुद्वारे तक जाएगी जहां गुरुद्वारे में माथा टेक कर भक्त विंध्याचल धाम के लिए प्रस्थान करेंगे
इस वर्ष भव्य शोभा यात्रा में शंख दल एवं डमरू दल को शामिल किया गया है वही मां का अलौकिक सिंगार एवं खत्री हितकारिणी सभा वाराणसी द्वारा लक्सा पर दिव्य आरती का आयोजन किया गया है इसके अलावा 51 ध्वजवाहकों द्वारा ध्वज यात्रा व श्री भद्राकाली देवी कोठा भजन मंडल के महंतो द्वारा मीठे मीठे मनमोहन भजनों की पूरे रास्ते भर प्रस्तुति की जाएगी एवं मां के अनन्य भक्त रामनाथ मेहरोत्रा द्वारा काशी से विंध्याचल धाम तक अखंड ज्योति लेकर जाएंगे।
इसके अलावा मणिकर्णिका द्वारा से गुरुद्वारे तक 31 स्थान पर सामाजिक संस्थाओं एवं दुकानदारों द्वारा पुष्प वर्षा की जाएगी।
संस्था के सचिव विकास मेहरोत्रा ने प्रेस विज्ञप्ति द्वारा बताया कि इस ऐतिहासिक पदयात्रा का उल्लेख मुगल शासक अकबर के समय मे भी है इसके अलावा मां के अनन्य भक्त ध्यानु भगत के इस यात्रा में शामिल होने के भी प्रमाण मिलते हैं।
इस यात्रा मे प्रमुख रूप से खत्री पंजाबी सारस्वत के अलावा सर्व समाज के भक्त काशी से विंध्याचल तक पैदल यात्रा करते हैं।
प्रतिवर्ष इसमें भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है इस वर्ष पदयात्रा में लगभग 500 भक्त शामिल होंगे।
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