ऽ एस०एम०एस० में बी०सी०ए० व एम०सी०ए० पाठ्यक्रम के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम की हुई शुरुआत
ऽ ओरिएंटेशन कार्यक्रम में दिखा नवप्रवेशियों का उत्साह
वाराणसी: स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज में संचालित बी०सी०ए० व एम०सी०ए० पाठ्यक्रम के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में नवप्रवेशी विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो० पी० एन० झा ने कहा कि आज वैश्विक परिदृश्य में कंप्यूटर जनित तकनीकी के माध्यम से शिक्षा, कृषि, विज्ञान, अनुसंधान सहित तमाम क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं। वर्चुअल रियलिटी, रोबोटिक्स जैसी तकनीक ने कार्य क्षेत्र को सुगम बनाया है साथ ही साथ नए अवसर भी पैदा किया है। उन्होंने नव-प्रवेशी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने का यह बेहतर समय है, भविष्य में आप विद्यार्थी ही नए व तकनीकी से समृद्ध भारत का निर्माण करने वाले हैं। एस०एम०एस० में उपलब्ध आधुनिक और उन्नत संसाधनों की चर्चा करते हुए प्रो० झा ने कहा कि यहाँ की उन्नत लाइब्रेरी का प्रयोग कर विद्यार्थी न सिर्फ अपने स्किल को बल्कि भविष्य की योजनाओं के लिए स्वयं को तैयार कर सकते हैं।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित आई०आई०टी० (बी०एच०यू०) के कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग के प्रो० अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि वास्तव में प्रत्येक व्यक्ति बुद्धिमत्ता के साथ जन्म लेता है। एक सामान्य मस्तिष्क भी रचनात्मक हो सकता है। नव प्रवेशी विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए प्रो0 त्रिपाठी ने कहा कि आत्मविश्वास सिर्फ ज्ञान से नहीं बल्कि हदय की शुद्धता से उत्पन्न होता है । शिक्षण में कक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होने कहा कि यह वह स्थान है जहाँ यह सीखते हैं कि सीखा कैसे जाता है। प्रोफेसर त्रिपाठी ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि चुनौतियों को स्वीकार करें, क्योंकि इसीमें सच्ची सीख मिलती है। उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से प्रौद्योगिकी पर निर्भर हो रही है, और इसके भविष्य को आकार देने में आपकी भूमिका को कम करके नहीं आंका जा सकता है। हर अवसर का लाभ उठाएँ, और याद रखें कि शिक्षा केवल कौशल प्राप्त करने के बारे में नहीं है, यह आजीवन सीखने की मानसिकता को पोषित करने के बारे में है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आशीष भारद्वाज, डी. एम. आई. एल. एल. सी. नई दिल्ली ने नवागंतुक विद्यार्थियों को उत्साहित करते हुए कहा कि आपको न केवल अकादमिक रूप से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बल्कि प्रौद्योगिकी के व्यापक क्षितिज का पता लगाने के लिए तत्पर रहना चाहिए। विद्यार्थियों से सीधा संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि पाठ्येतर गतिविधियों में भी शामिल होना, पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाना और इंटर्नशिप और व्यावहारिक अनुभवों की तलाश करना, ऐसे समग्र दृष्टिकोण से विद्यार्थी उद्योग की मांगों के लिए तैयार हो सकेंगे।
उदघाटन सत्र में एस०एम०एस० की प्रस्तावना विरेश त्रिपाठी, एसोसिएट प्रोफेसर ने प्रस्तुत की। एम०सी०ए० व बी०सी०ए० पाठ्यक्रम से प्रो० कमलशील मिश्रा, विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर साइंसेज विभाग ने अवगत कराया। संचालन डॉ० भावना सिंह व धन्यवाद ज्ञापन बी०सी०ए० कोर्स कोऑर्डिनेटर डाॅ आदित्य कुमार गुप्ता ने दिया। इस अवसर पर एस०एम०एस० वाराणसी के अधिशासी सचिव डॉ० एम० पी० सिंह, निदेशक प्रो० पी० एन० झा, कुलसचिव संजय गुप्ता, एम०सी०ए० कोर्स कोऑर्डिनेटर डाॅ राधा रमन चन्दन, प्रिया रॉय चैधुरी, श्री सुशील कुमार, सन्दीप गौतम, शुभम सहाय सहित समस्त शिक्षकगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।