Varanasi: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय से एक पत्रकार वार्ता में कहा कि इंडिया गठबंधन सरकार बनायेगी। सरकार प्रायोजित एग्जिट पोल्स महाभारत की तरह चुनावी युद्ध के मतगणना का अंतिम द्वार छत से जीतने के मनोवैज्ञानिक दबाव की एक गमगीति मात्र है। इंडिया गठबंधन के मतगणना प्रक्रि एकाग्रता एवं तन्मयता से मतगणना के अंतिम क्षण तक स्वच्छ पारदर्शी गणना के लिये जुड़ने और प्रायोजित एग्जिट पोल रणनीति को विफल कर इंडिया सरकार के लिये मिले जनादेश को साकार परिणाम तक पहुंचायेंगे।
अजय राय ने कहा कि सरकारी एग्जिट पोल पूरी तरच आंख में धूल झोंक के अधिकारियों को धौंस में लेने तथा विपक्ष एवं उनके मतगणना अभिकर्ताओं को मानसिक दबाव बनाकर हताष मानस के साथ मतगणना में खड़े करने की रणनीति का हिस्सा है। चुनाव और मतगणना को लेकर सट्टा बाजार में भारी धन लगा हुआ है, इसलिये बाजार और सरकार की यह बेईमान इरादों की साझी रणनीति है, जो एक तरह का मैच फिक्सिंग खेल है।
अजय राय ने कहा कि 58 करोड़ लोगों ने वोट डाला है और भारत के विविधता गरे मतदान का आंकलन एग्जिट पोल सर्वे करने वाली एजेंसियां महज साढ़े तीन लाख कथित सैंपल के आधार पर प्रोसेस कर आंखों में धूल झोंक रहीं। सबसे बड़ी बात कि आखिरी चरण के 57 सीटों का मतदान पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ था कि तब तक बने बनाये एग्जिट पोल आंकड़े देश को परोस दिये गयेो मतदान के बाद सारे आंकड़े को प्रोसेस करने में कुछ घंटे तो दूर कुछ मिनट भी नहीं लगाये। परिणाम भी इस कदर बढ़ा चढ़ा कर बताये कि अधिकारी एवं विपक्षी यह मानकर मतगणना स्थल पर काम शुरू करें कि कुछ कम भी होगा, तब भी बीजेपी सरकार ही बननी है। इस मानसिक दविश में विपक्षी एजेंट विचलित मानस से खड़े हों एवं कुछ देर बाद हट जांय और अधिकारियों पर दबाव बनाकर मतगणना में धांधली हो सके।
अजय राय ने कहा कि पूरे प्रदेश में जरुरी है कि इंडिया गठबंधन के मतगणना अभिकर्ता हर हाल में अंतिम वोट गिने जाने तक एकाग्रता से मुस्तैद खड़े रहकर काम करें। ईवीएम सामने आये तो उसकी सील की जांच एवं उसके नंबर की मिलान तथा निकले कुल मतों का मिलान उस बूथ के फार्म 17-सी से करें। सभी प्रत्याशियों को मिले वोट अपनी स्लिप पर अंकित करें। वे हार जीत की चिन्ता छोड़ अपना पूरा ध्यान मतगणना कराने के दायित्व पर अंत तक केन्द्रित रखें।