वाराणसी। क्लाउन टाइम्स के नाम से कथित यूट्यूब चैनल चलाने वाले अशोक कुमार मिश्रा उर्फ क्लाउन के खिलाफ दशाश्वमेध थाने में धारा 384 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। यह मुकदमा हास्य एवं व्यंग्य के कवि ‘दमदार बनारसी’ ने थाने में दर्ज कराया है। उन्होंने जो तहरीर दी है उसमें कहा है कि, “मैं देश और विदेश के बड़े-बड़े प्रतिष्ठित मंचों पर अनेकों काव्य पाठ कर चुका हूॅं। देश के सभी प्रमुख टीवी चैनलों को भी मैं काव्य पार्टी के लिए आमंत्रित करता रहता हूॅं। देश का हर कवि मुझसे जुड़ा हुआ है। मैं उन्हें वाराणसी में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में बुलाता रहता हूॅं। मैंने दो पुस्तकें ‘काशिका’ और ‘रसा की गजलें’ भी संपादित की हैं।”
1 अप्रैल को शाम 7:00 बजे से डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद घाट पर प्रतिवर्ष की भांति महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया गया था। समाचार संकलन के लिए विभिन्न समाचार पत्रों को आमंत्रण पत्र भेजा गया था किंतु क्लाउन टाइम्स के कथित यूट्यूबर अशोक मिश्रा को ना तो संस्था द्वारा कोई आमंत्रण पत्र दिया गया था, ना हीं उन्हें बुलाया गया था। वह अपनी एक महिला सहयोगी के साथ वहां आ गए और मंच के मुख्य माइक पर अपने चैनल का माइक लगाने लगे जिसे रोक दिया गया। इस बात से वह नाराज हो गये। थोड़ी देर बाद जब मैं नीचे उतरकर पीछे की तरफ गया तो अशोक मिश्रा अपनी अज्ञात महिला सहयोगी के साथ आए और कवि प्रशांत सिंह, अरुण सोनी, अनिल यादव एवं कल्याण सिंह आदि के सामने ही मुझसे कहने लगे कि, मुझे 20 हजार दीजिए नहीं तो मैं अपने चैनल पर आपके कार्यक्रम के खिलाफ रिपोर्टिंग करूंगा।
उनकी इस धमकी से मैं डरा नहीं और उनकी मांग को मानने से इनकार कर दिया। तब उन्होंने अपने चैनल पर मेरे और कार्यक्रम के खिलाफ दुष्प्रचार करना शुरू कर दिया। जिसका साक्ष्य उपलब्ध कराया है।
अशोक मिश्रा का मन इतने से नहीं भरा उन्होंने मेरे खिलाफ चौक थाने में धारा 504, 506 के तहत रविशंकर राय को खड़ा करके मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि वादी मुझे जानता तक नहीं। अशोक मिश्रा बनारस के विवादित व्यक्ति हैं और यह जानकारी मुझे मिली है कि उनके खिलाफ विभिन्न थानों में कई अपराधिक मुकदमे दर्ज है। उनकी इन्हीं गलत गतिविधियों के कारण ‘काशी पत्रकार संघ’ और ‘काशी प्रेस क्लब’ जैसी प्रतिष्ठित संस्था ने उनकी सदस्यता समाप्त कर दी और अपने संगठन से बाहर कर दिया।
चैनल की आड़ में लोगों को डरा-धमकाकर धन उगाही करना इनका मुख्य काम है। इसी क्रम में उन्होंने मुझे धमकाकर रंगदारी टैक्स के रूप में 20 हजार की मांग की और न देने पर अपने यूट्यूब चैनल ‘क्लाउन टाइम्स’ पर मेरे और संस्था के खिलाफ अपमानजनक और अवमाननाकारी खबर चलाई जिससे समाज में मेरी ओर संस्था की छवि धूमिल हुई है।