वाराणसी। जिलाधिकारी एस राजलिंगम के निर्देश पर सोमवार को डीपीआरओ आदर्श के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम ने चिरईगांव ब्लॉक के ग्राम पंचायत अइली और राजस्व गांव सरैया में कराए गए विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
यह जांच गांव के फागू राम और संजय कुमार की शिकायत पर की गई थी। टीम ने मौके पर जाकर विभिन्न विकास कार्यों की जांच की और लाभार्थियों से भी बातचीत कर उनके बयान दर्ज किए।
जांच के दौरान कई अनियमितताएं पाई गईं। ग्राम प्रधान के अनुसार गांव में 23 सोलर लाइट लगाने की योजना थी, लेकिन मौके पर केवल 21 लाइट ही पाई गईं। इसी प्रकार, शौचालय निर्माण, खड़ंजा निर्माण और हैंडपंप रिबोर जैसे कार्य भी पूरी तरह से पूरे नहीं पाए गए।
ग्राम पंचायत के सभी सचिव जांच के समय उपस्थित थे, लेकिन उन्होंने कार्यों के संबंधित आवश्यक दस्तावेज जैसे ग्राम पंचायत प्रस्ताव और वाउचर बाउचर प्रस्तुत नहीं किए, जिससे जांच पूरी नहीं हो पाई।
जांच टीम ने सचिवों को निर्देश दिया कि वे ग्राम पंचायत के सभी अभिलेख पूरी जानकारी के साथ उपलब्ध कराएं। साथ ही, अवर अभियंता को कार्यों के एमबी (मेजरमेंट बुक), आय-व्यय के विवरण की रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया गया।
जांच टीम में जिला बचत अधिकारी शिवकुमार और एडीपीआरओ राम उदय यादव भी शामिल थे। रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसे जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा।
यह जांच विकास कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

