वाराणसी :- मानव रहित हवाई यान यानी ड्रोन की उपयोगिता निरंतर कृषि, सैन्य निगरानी, फोटोग्राफी, वैज्ञानिक अनुसंधान, आपदा प्रबंधन, सामानों आपूर्ति और अन्य कार्यों में बढ़ रही है। भविष्य में यह एक प्रमुख साधन के रूप में उपयोगी माना जा रहा है।
इसके संचालन और रख रखाव की जानकारी नयी पीढ़ी में बढ़ाने के उद्देश्य से 7 यूपी एयर स्कवाड्रन एनसीसी बीएचयू द्वारा सम्मिलित वार्षिक प्रशिक्षण एवं ड्रोन फ्लाइंग और एसेंबली ट्रेनिंग शिविर का आयोजन का किया गया है। 30 मई से जारी ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन 8 जून को होगा। भगवानपुर स्थित एक महाविद्यालय में आयोजित इस प्रशिक्षण प्रोग्राम में एनसीसी के 328 कडेट्स भाग ले रहे हैं l
प्रशिक्षण शिविर में वाराणसी, जौनपुर, और प्रयागराज के विभिन्न स्कूलों कैडेट्स के साथ एयर विंग एनसीसी स्कवाड्रन आगरा, कानपुर, लखनऊ के कुल 328 कैडेट्स भाग ले रहे हैं, जिसमें से 40 कैडेट्स ड्रोन फ्लाइंग और एसेंबली की विशेष ट्रेनिंग ले रहे हैं l शिविर में शामिल कैडेट्स को अनुशासन, ड्रिल, फ्लाइंग, राइफल शूटिंग के साथ विविध प्रकार के खेल और योगा की ट्रेनिंग दी जा रही है।
फ्लाइंग की ट्रेनिंग ग्रुप कैप्टन नीरज अम्बा और ड्रोन फ्लाइंग एवं एसेंबली की ट्रेनिंग ग्रुप कैप्टन ए के तिवारी और कर्नल दीगवेंद्र सिंह द्वारा दी जा रही है। ड्रोन के बारे में विस्तृत जानकारी उसकी तकनीक, प्रयोग करने के तरीके को प्रैक्टिकल के माध्यम से दी जा रही है l