- 5000 लोग घरों में कैद, 50 पुलिसवाले निगरानी कर रहे
वाराणसी :- चिरईगांव के कामाख्या नगर कॉलोनी के पास स्थित करौंदा के बगीचे में शुक्रवार सुबह एक तेंदुआ देखे जाने से इलाके में हड़कंप मच गया। सुबह नाै बजे से शाम 4:50 बजे तक तेंदुआ नीम के पेड़ के नीचे झाड़ियों में छिपा रहा, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद वन विभाग की टीम उसे पकड़ने में विफल रही।
अंततः वह सुरक्षा घेरे को चकमा देकर चिरईगांव ग्राम पंचायत की रिहायशी बस्ती में फरार हो गया। दो अन्य ग्रामीणों के ऊपर झपट्टा मार घायल कर दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम करीब डेढ़ से दो घंटे की देरी से मौके पर पहुंची, लेकिन उनके पास तेंदुआ पकड़ने के लिए जरूरी संसाधनों का अभाव था। न तो पिंजरा था, न ट्रैंक्विलाइज़र गन और न ही अन्य कोई आवश्यक उपकरण।
मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी और दर्जनों ग्रामीण सिर्फ तमाशबीन बने रहे। ग्राम प्रधान राजेश और स्थानीय निवासी पुर्व प्रधान धनंजय मौर्य सहित अन्य ग्रामीणों ने वन विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग ने समय पर न तो उचित तैयारी की और न ही सुरक्षा सुनिश्चित की।
उनका कहना था कि विभाग की असंवेदनशीलता के चलते पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है। वन विभाग बना मूकदर्शक पूरे दिन तेंदुए पर नजर रखने और उसे पकड़ने की कोशिशें विफल रहीं। शाम करीब 4:50 बजे वह घने झाड़ से निकलकर सुरक्षा घेरा फांदते हुए पास की बस्ती में फरार हो गया।

