वाराणसी। दहेज़ उत्पीड़न व मारपीट के मामले में आरोपी पति को कोर्ट से बड़ी राहत मिल गयी। रुद्रा समृद्धि अपार्टमेन्ट भगवानपुर, थाना लंका निवासी पति मनीष को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की दशा में 50-50 हजार रुपये की दो जमानते एवं व्यक्तिगत बन्धपत्र देने पर रिहा करने का आदेश दिया। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता नदीम अहमद खान व अनुराग सिंह ने पक्ष रखा।
अधिवक्ता नदीम अहमद खान ने बताया कि आरोपित की जमानत पूर्व में इलाहाबाद हाईकोर्ट से खारिज हुईं थी। अभियोजन पक्ष के अनुसार मोहल्ला रामापुरा थाना दशाश्वमेध निवासिनी प्रार्थिनी पायल गुप्ता की शादी 22 जनवरी 2018 को रुद्रा समृद्धि अपार्टमेन्ट भगवानपुर, थाना लंका निवासी विपक्ष मनीष के साथ हुई थी। जब वह विदा होकर अपने ससुराल गई तथा शादी में प्रार्थिनी की मां व भाई द्वारा अपने सामर्थ के अनुसार उपहार स्वरूप मुवलिग चार लाख रुपया नगद तथा विदाई के समय लड़की को सोने का हार पाँच भर कीमत डेढ़ लाख रुपया तथा चूड़ी सोने की कीमत 80 हजार रुपया तथा कान का झुमका सोने का कीमत 22 हजार, दो सोने की अँगूठी कीमत 14 हजार व पायल दो जोड़ी कीमत बारह हजार आदि जेवरात देकर तथा बर्तन साड़ी कपड़ा वगैरह आदि सामान उपहार स्वरूप दिया गया। तथा विपक्षी को भी शादी रस्म की अदायगी में सोने की चैन, घड़ी, अँगूठी दिया गया, ससुराल जाने के कुछ दिनों वाद से ही पति मनीष सास उमा, जेठ आशीष वाही उर्फ आशु व जेठानी सारिका व ननद रोशनी उर्फ बबली वगैरह ने दहेज कम लाने का ताना देकर प्रार्थनी को आये दिन प्रताड़ित करने लगे तथा दहेज में 15 लाख की माँग करते हुये मां बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देते मारते-पीटते तथा धमकी देते कि यदि नगद 15 लाख रुपया मॉग कर नहीं लाओगी तो तुम्हें मिट्टी का तेल छिड़क कर जान से मारकर खत्म कर दिया जायेगा। इस बात की सूचना प्रार्थिनी ने अपने माँ व भाई को दी कि ससुराल वाले आये दिन मुझसे 15 लाख रुपये की माँग कर रहे है और गाली गलौज तथा मारपीट कर रहे है। जानकारी होने पर उसकी माँ व भाई ससुराल आकर काफी अनुनय विलय किया परन्तु उन लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और अन्ततः 14 मई 2018 को समय करीब सायं 7:00 बजे उसे मार पीटकर घर से एक कपड़े में निकाल दिया तथा धमकी दिये तुझे इस घर में दोबारा तभी घुसने दिया जायेगा जब तुम दहेज में 15 लाख रुपये लेकर आओगी, प्रार्थिनी रोते हुये अपने मैके आई और आप बीती सारी बात अपने भाई व माँ से बतायी। पारिवारिक मर्यादा को ध्यान में रखते हुए प्रार्थिनी के घर वाले ने चन्द्र रिश्तेदारों को लेकर विपक्षी के घर जाकर बातचीत की किन्तु दहेज लोभियो के आगे एक नहीं चली दहेज लोभियों द्वारा उस प्रार्थिनी को कई दिन कमरे में बन्द कर भूखा प्यासा रखकर प्रताड़ित किया जाता रहा।