इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी में दालमंडी सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रहे मकानों की यथास्थिति कायम रखने का आदेश दिया था। इस मामले में डीएम सत्येंद्र कुमार ने कोर्ट में हलफनामा देते हुए अवगत कराया है कि बिना मुआवजे के कोई भी प्रतिष्ठान या मकान ध्वस्त नहीं किया जाएगा।
डीएम ने कोर्ट में दिए अपने हलफनामे में यह भी स्पष्ट किया की वर्तमान में किसी भी प्रकार का ध्वस्तीकरण दालमंडी में नहीं चल रहा है। इस हलफनामे के बाद कोर्ट ने याचिकाएं निरस्त कर दीं।
बीती 9 मई को हाईकोर्ट के जस्टिस एमके गुप्ता और जस्टिस अनीश कुमार गुप्ता की खंडपीठ ने शाहनवाज खान बनाम यूपी स्टेट केस की सुनवाई करते हुए 20 मई को राज्य सरकार को और जिला प्रशासन को अपना पक्ष रखने का समय दिया था। दालमंडी गली के चौड़ीकरण के सरकार के प्रस्ताव में कुल 189 मकान जद में आ रहे हैं। जिनमें 1400 से 1500 दुकानें हैं।
शाहनवाज खान बनाम यूपी स्टेट मामले में दिया हलफनामा 20 मई को हाईकोर्ट के जज अनीश कुमार और मनोज कुमार गुप्ता ने रिट पिटिशन 12319 शाहनवाज खान बनाम यूपी स्टेट और तीन अन्य मामले में सुनवाई की। इसमें डीएम सत्येंद्र कुमार ने हलफनामा देते हुए कहा कि ‘मौजूद समय में दालमंडी में किसी भी प्रकार ध्वस्तीकरण अभियान नहीं चल रहा है। नियमानुसार अधिग्रहण और मुआवजा देने के बाद मकानों को ध्वस्त किया जाएगा। जिन लोगों की भूमि सड़क के चौड़ीकरण और सुदृणीकरण के दायरे में आएगी उन्हें उचित मुआवजा मिलेगा।
अब जानिए याचिकाकर्ता ने कोर्ट में क्या कहा था ?
बिना अधिग्रहण के ध्वस्तीकरण की चल रही बात याचिकाकर्ता शाहनवाज खान की याचिका और अन्य तीन याचिकाओं में कहा गया था कि राज्य के प्रतिवादी उसके निर्माण को बिना अधिग्रहण, बिना मुआवजा भुगतान के उसे अधिग्रहण करने की बात कर रहे हैं। इससे उसके अंदर भय पैदा है। कोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा था और यथास्थिति लागू कर दी थी।
कई अन्य पिटिशन का भी किया जिक्र
जज अनीश कुमार ने इस दौरान कहा इसी तरह पिटिशन नंबर 12314 सैयद जाकिर हुसैन, मुन्ने और अन्य बनाम स्टेट गवर्नमेंट में भी यही बात कही गई है कि वो भयभीत हैं। ऐसे में अगले आदेश तक तक किसी भी प्रकार का चौड़ीकरण या ध्वस्तीकरण इसमें नहीं किया जाएगा।
- अब जानिए क्या है दालमंडी चौड़ीकरण का प्रोजेक्ट और क्या-क्या टूटेगा ?
मॉडल सड़क बनाने की कवायद
शहर के बीचों बीच स्थित दालमंडी गली जो विश्वनाथ कारीडोर से महज 100 मीटर की दूरी पर है उसे चौड़ाकर मॉडल सड़क बनाने की कवायद सरकार ने शुरू की है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतिम दिन इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 200 करोड़ के ज्यादा के बजट के 2 करोड़ रुपए रिलीज किए थे।
मकानों की पूरी हो चुकी है नाप
इस कार्य के लिए बजट आवंटित होते ही पीडब्ल्यूडी ने अपना कार्य शुरू किया। 17.5 मीटर के चौड़ीकरण के लिए दालमंडी गली में मौजूद 189 मकानों की चौड़ाई और गहराई की नाप की गई। उन्होंने बताया कि यह नाप मुआवजे के लिए की गई है। जिसके बाद अगला काम शुरू होगा। इधर इस चौड़ीकरण का दालमंडी गली के दुकानदार लगातार विरोध कर रहे हैं।
6 मस्जिदें भी टूटेंगी
इस चौड़ीकरण में दालमंडी में सड़क पर मौजूद 6 मस्जिदें भी टूटेंगी। जिसमें हाफिज खुदा बक्श जायसी उर्फ लंगड़े हाफिज मस्जिद, निसारन मस्जिद, रंगीले शाह मस्जिद, अली रजा मस्जिद, संगमरमर मस्जिद और मस्जिद मिर्जा करीमुल्ला बैग शामिल है। इन मस्जिदों के मुतवल्लियों ने भी दालमंडी के चौड़ीकरण को गलत बताया है।