संस्कृत महाविद्यालयों के प्राचार्य/पोषक देवभाषा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संकल्पित भाव से प्रतिबद्ध हैं – कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा
विश्वविद्यालय परिसर में दो पालियों में शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा प्रारम्भ
आज से 06 जुलाई 2024 तक चलने वाली 2024 वर्षीय शास्त्री द्वितीय व तृतीय खण्ड, शास्त्री द्वितीय सेमेस्टर सत्र 2023-2026,शास्त्री तृतीय सेमेस्टर सत्र 2022-2025 तथा आचार्य द्वितीय सेमेस्टर सत्र 2023-2025,आचार्य चतुर्थ सेमेस्टर सत्र 2022-2024 के संस्थागत, व्यक्तिगत, भूतपूर्व, बैक/श्रेणी सुधार एवं एक विषयक परीक्षा दो पाली (पूर्वाह्न 08.00 से 11.00 बजे तक प्रथम पाली तथा द्वितीय पाली अपराह्न 02.00 से 05.00 बजे तक) में संचालित हो रही हैं।
शांतिपूर्ण विश्वविद्यालय परिसर की परीक्षा—-
विश्वविद्यालय परिसर के परीक्षा शांति व शुचिता पूर्ण पूरी पारदर्शिता के साथ हो रही हैं।
उड़ाका दल के लोगों ने परीक्षा में निरीक्षण किया—-
विश्वविद्यालय परिसर की सम्पूर्ण परीक्षा कराने के लिए चीफ प्राक्टर प्रो.दिनेश कुमार गर्ग व उनके बोर्ड ने लगातार परीक्षा के शुचिता का निरीक्षण करते रहे। सुरक्षा की दृष्टि में जिला प्रशासन का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है।
देश भर में 343 परीक्षा केंद्रों पर 34871 ने परीक्षा दिया—
विश्वविद्यालय से सम्बद्ध देश भर में आज 34871 विद्यार्थियों ने एक साथ 343 केन्द्रों पर शांति व शुचितापूर्ण परीक्षा दिये। सभी परीक्षा केंद्रों पर जिला अधिकारी के माध्यम से एल. आईं. यू. नजर रखी थी। किसी भी तरह की समस्या आने पर संबंधित जनपदों के जिला प्रशासन से सहयोग लिया जा सकता हैं।
विश्वविद्यालय परिसर व देशभर में चल रहे परीक्षा पर नजर-कुलपति प्रो.बिहारी लाल शर्मा..
विश्वविद्यालय परिसर के साथ सम्बद्ध महाविद्यालयओं में परीक्षा आज से प्रारम्भ हो गई हैं। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के कुलपति प्रो.बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि उक्त परीक्षा पर जिला प्रशासन के साथ एल. आई. यू. अपनी नजर बनायी हुई हैं।सम्पूर्ण परीक्षा को पूरे शुचिता व पारदर्शिता से कराए। अगर कोई समस्या आए तो परीक्षा नियंत्रण कक्ष से सम्पर्क कर समस्याओं का निराकरण कराये। वैसे संस्कृत महाविद्यालयों के प्राचार्य/पोषक देवभाषा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संकल्पित भाव से जुड़कर यह संस्कृत को ऊंचाइयों पर स्थापित करने के प्रतिबद्ध हैं।वर्तमान में चल रही परीक्षा के प्रति भी बहुत ऊर्जा के साथ संलग्न हैं।