वाराणसी विकास क्षेत्र (महायोजना -2031) के अंदर प्राधिकरण से ले-आऊट (मानचित्र) स्वीकृत कराये बिना भूमि का उप-विभाजन (प्लाटिंग) करके बेचने पर पूर्णतः प्रतिबंध है तथा यह कार्य अवैध है। प्राधिकरण से अनुमति प्राप्त किए बिना अवैध रूप से विकसित की जा रही कालोनियों के विरुद्ध प्राधिकरण द्वारा समय समय पर ध्वस्तिकरण एवं अन्य विधिक कार्यवाही संपादित की जाती है। आमजनमानस द्वारा जानकारी के अभाव में इस प्रकार से अवैध रूप से विकसित की जा रही अवैध कालोनियों में संपत्ति क्रय कर ली जाती है। इन अवैध कालोनियों में मूलभूत सुविधायें (यथा सीवर, स्वच्छ पेयजल, मानक रोड, पार्क इत्यादि) का अभाव होता है तथा ये सुविधाएं क्रेताओं को नहीं मिल पाती है तथा भविष्य में आमजनमानस को अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वीडीए द्वारा मानकों के अनूरूप प्रस्तुत मानचित्र आवेदनों को न्यूनतम समय सीमा में निस्तारण करने के कारण विकासकर्ता तलपट मानचित्र स्वीकृत कराते हुये नियोजित विकास करने हेतु अब तेजी से इच्छुक हो रहे है।
विकासकर्ता जयशंकर, जय गोविंद सिंह, चंद्रभान सिंह, बनारसी लाल, उमाकांत पुत्र सत्यनारायण, रमाकांत पुत्र सत्यनारायण, प्रियंका देवी पुत्री सत्यनारायण सिंह, संजय कुमार पुत्र प्रभुनारायण, प्रकाश पुत्र प्रभुनारायण, अशोक कुमार पुत्र प्रभुनारायण द्वारा आराजी संख्या 60का, 61,69,71,181,182,183,184,210,211,212,213,215,224 मौजा-भेलखा (अठगावा) तहसील-पिंडरा, परगना-शिवपुर, जिला-वाराणसी पर “प्राइम सिटी” के नाम से 14654.64 वर्गमीटर क्षेत्रफल की भूमि पर 26 प्लाटयुक्त आवासीय तलपट मानचित्र स्वीकृति हेतु प्रस्तुत किया गया था, जिसे 12.06.2024 को उपाध्यक्ष महोदय द्वारा स्वीकृति प्रदान की गयी है।
प्राधिकरण को इस मानचित्र स्वीकृति से रु. 17384550/-(एक करोड़ तिहत्तर लाख चौरासी हजार पाँच सौ पचास) के राजस्व की प्राप्ति होगी।
स्वीकृत परियोजना के अंतर्गत विकासकर्ता द्वारा कुल 26 प्लाटों का विकास किया जायेगा। परियोजना में विकासकर्ता द्वारा मुख्य पंचकोशी मार्ग से परियोजना तक 12 मीटर के अप्रोच मार्ग तथा 9 मीटर के आंतरिक मार्गों के विकास की प्रस्तावना की गयी है। परियोजना में 2278 वर्गमीटर का हरित एवं खुला क्षेत्र, आंतरिक्त विद्युत एवं सीवर लाइन के साथ सीवर निस्तारण हेतु 40 केएलडी क्षमता के एसटीपी की स्थापना प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त कचरा संग्रहण, जलापूर्ति, शॉपिंग सेंटर, कन्वीनियंस स्टोर और कियॉस्क, स्ट्रीट लाइट इत्यादि सुविधाओं का विकास किया जाना प्रस्तावित है, जिससे परियोजना में रहवासियों एवं आस पास के जनमानस को लाभ प्राप्त होगा।