- *कमिश्नर ने आरती समितियों से की अपील
- कहा, आज से घाट की सीढ़ियों पर नही, कार्यालय की छत पर करें आरती
- श्रद्धालुओं की जान की सुरक्षा सर्वोपरि
- दशाश्वमेध पुलिस को घाट पर भीड़ न होने के लिए किया तस्दीक*
Varanasi: गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने का क्रम लगातार जारी है। बाढ़ के चलते सभी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। स्नानार्थियों को नहाने तक के लिए जगह नहीं बची है। ऐसे में प्रशासन ने समस्त आरती समितियों को घाट पर आरती न कराकर छतों या किसी ऊंचे स्थान पर भव्य की बजाय सांकेतिक आरती ही कराने को कहा है।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के आदेश व एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक के निर्देशानुसार चौकी प्रभारी दशाश्वमेध दिगम्बर उपाध्याय ने दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के घाटों पर आरती आयोजित करने वाली समितियों जिसमें शीतला घाट स्थित गंगोत्री सेवा समिति, अहिल्याबाई घाट, मीरघाट, त्रिपुरा भैरवी घाट व ललिता घाट समेत दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि समेत तमाम समितियों के अध्यक्षों से मिलकर आरती घाट की सीढ़ियों पर न कराकर समिति कार्यालय की छत या किसी अन्य ऊँचाई वाले स्थान पर कराने को कहा।
इस संबंध में चौकी प्रभारी दिगम्बर उपाध्याय ने बताया कि गंगा का जल जल पुलिस की ओर बढ़ रहा है। घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए है। घाट जाने वाली अधिकांश सीढियां भी पानी में डूब गई हैं। ऐसे में गंगा स्नान करने की भी जगह नहीं बची है। कांवरियों की आ रही अपरम्पार भीड़ भी चिंता का सबब है। रात दो बजे से जल पुलिस व एनडीआरएफ के साथ दशाश्वमेध पुलिस स्नानार्थियों को गहरे जल में स्नान न करने व स्नान के बाद जगह तुरन्त खाली करने का संदेश साउंड हेलर से प्रसारित कर रही है। ऐसे में शाम को गंगा आरती देखने वालों की अपार भीड़ जमा हो जाती है। अब जब की गंगा का जलस्तर बढ़ने से जगह कम हो गई है तो आरती देखने वालों की भीड़ किसी बड़ी अनहोनी को दावत डें सकती गई। इस बात को ध्यान में रखते हुए आरती समितियों से आरती छतों पर करने को कहा गया है। साथ ही शाम से जल पुलिस के माध्यम से भी लोगों से घाटों पर भीड़ न लगने के लिए लाउडस्पीकर से संदेश प्रसारित किया जाएगा।
यही नहीं भीड़ को गंगा घाटों पर न जाने की सलाह देते हुए ग़ोदौलिया पुलिस बूथ से गंगा आरती स्थल जलमग्न होने व आरती सांकेतिक रूप में होने का संदेश भी प्रसारित कराया जाएगा।