वाराणसी का मुख्य रोजगार तीर्थयात्रियों पर टिका है , सभी राज्यों से तीर्थ यात्री बाबा श्री काशी विश्वनाथ जी माता अन्नपूर्णा जी के दर्शन करने और माता गंगा जी के चरणों में तर्पण करने सदियों से आ रहे है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के काशी आओ , काशी तमिल संगम आदि प्रयासों से भारत के सभी राज्यों से और विदेशों से लाखों करोड़ों की संख्या में तीर्थयात्री आने लगे।इससे पर्यटन रोजगार बहुत बढ़ गया।
मुख्यत सभी राज्यों की बसों के द्वारा तीर्थयात्रियों की आवक बहुत बढ़ गई।
गोलगड्डा से राजघाट तक बसों के आगमन की सुगम व्यवस्था है ,रोड सीधे घाट तक लगा है।
विगत 20 जुलाई से वाराणसी जिला प्रशासन ने ट्रैफिक जाम का हवाला दे कर सभी राज्यों की बसों का राजघाट गोलगड्डा क्षेत्र में आना बंद कर दिया है। अचानक से लगभग 82000 हजार लोगो का रोजी रोटी बंद हो गई।
जबकि सभी धार्मिक यात्री 50- 60 वर्ष के वृद्ध होते है,यात्रियों को भी बहुत परेशानी हो रही जैसे मोबाइल चोरी होना , यात्रियों को बिछड़ जाना, जहा बसें रोकी जा रही वहा सुलभ शौचालय की व्यवस्था न होना, मेडिकल, धर्मशाला की व्यवस्था न होना, यहां तक कि यात्री अब कसम खाने लगे की काशी दर्शन नही करना है। बस ड्राइवरों को पुलिस द्वारा पीटा जा रहा है,यात्रियों को धर्मशाला से निकाल कर बाहर कर दिया जा रहा।बहुत दुखद है।
पत्रक के माध्यम से आज गंगा जी के तट पर भैषासुर घाट पर मांझी समाज, पंडा समाज,फेरीवाले, डगरा वाली महिलाएं, फूलमाला वाले दुकानदार, बर्तन भांड वाले, टैंपो रिक्शा, कार,टोटो वाले,धर्मशाला वाले, होटल वाले रेस्टुरेंट भोजनालय वाले
सभी 500 लोग भैसासूर घाट पर एकत्रित हुए और ADCP ट्रैफिक सबसे मिले । मीटिंग में ADCP ने 4 दिन में बसे बहाल करने का आश्वासन दिया अगर 4 दिन में बसें बहाल नही होती तो 13 सितंबर 2024 को ADCP कार्यालय पर हजारों लोग धरने पर बैठ जाएंगे।
बैठक में मांझी समाज से सर्व श्री दुर्गा मांझी, कल्लू मांझी,पप्पू साहनी ,पिंटू सहनी, सिद्धार्थ साहनी, ओम प्रकाश जयसवाल,एजेंट शुभम पांडेय, शिवम, श्याम पांडेय, कुंदन मिश्रा, गोरखनाथ ,पप्पू पांडेय ।
दुकानदार समाज से राजकुमार कुशवाहा, संजय जायसवाल,वीरेंद्र गुप्ता, अशोक गुप्ता,विनय गुप्ता , शुभम कुशवाहा।
मनोज सिंह धर्मशाला, वैभवलक्ष्मी धर्मशाला मालिक हीरा यादव ,शंकर लाज, घनश्याम साहू धर्मशाला। माली समाज से दिनेश माली, शंकर चायवाले, गंगा भोजनालय, कैलाश भोजनालय, शंकर लॉज, साई रेस्टुरेंट ,ब्लू कैफिनो रेस्टुरेंट, बाला राय, बाबू राय, साड़ी दुकानदार पीहू साड़ी,धनलक्ष्मी साड़ी,चाहत साड़ी, मुस्कान साड़ी, पंचवटी साड़ी आदि लोग मौजूद थे।

