● वाराणसी में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड के रोड शो का सफलतापूर्वक समापन
● पर्यटन व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के हितधारक हुए शामिल
● प्रमुख सचिव पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला ने प्रदेश की पर्यटन विशेषताओं से कराया अवगत
वाराणसी, 27 जून 2025: मध्य प्रदेश के पर्यटन उद्योग को नई दिशा देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने 27 जून को वाराणसी के होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में भव्य रोड शो का आयोजन किया। इस विशेष अवसर पर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स और होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। यह आयोजन आने वाले मध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट और रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की तैयारियों का अहम हिस्सा रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल उपस्थित थे। इस अवसर पर वाराणसी उत्तर प्रदेश में कैंट एरिया के विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव एवं मध्य प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और टूरिज्म बोर्ड के एमडी श्री शिव शेखर शुक्ला उपस्थित रहे।
मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने अपने संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में अधोसंरचना विकास, पारंपरिक संस्कृति का संरक्षण एवं प्रोत्साहन और पर्यटन क्षेत्र में निजी सहभागिता को बढ़ावा देकर सुनियोजित एवं एकीकृत प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों से आज मध्यप्रदेश पर्यटन क्षेत्र में असीम क्षमता और निवेश का आकर्षक क्षेत्र बन गया है। उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मध्य प्रदेश में ऐतिहासिक धरोहरों, सांस्कृतिक विरासतें, सबसे अधिक वन क्षेत्र और वन्य जैव विविधिता है। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एमओयू किया गया है। इस महत्वपूर्ण एमओयू से न केवल पर्यटन सर्किट के जरिए बाबा विश्वनाथ, बाबा महाकाल और ओंकारेश्वर जुडेंगे ब्लकि बुद्ध सर्किट के विकास में भी तेजी आएगी। जिससे धार्मिक पर्यटन के विस्तार के साथ ही रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

गंगा-नर्मदा कॉरिडोर से खुलेगी पर्यटन की नई राह
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से मध्य प्रदेश भारत का एक समृद्ध और विविधतापूर्ण राज्य है। उत्तर प्रदेश और म.प्र. के पर्यटन में काफी समानता है। बाबा महाकाल और बाबा काशीविश्वनाथ दुनियाभर के श्रृद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। दोनों ही ज्योर्तिलिंग को जोड़ने के लिये काशी विश्वनाथ महाकाल एक्सप्रेस संचालित होती है। गंगा और नर्मदा पर्यटन कॉरिडोर प्रस्तावित परियोजना के तहत मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा। प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी, ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर से गुजरने वाले इस गलियारे में दोनों राज्यों के बीच पर्यटन सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, पर्यटकों को एक समृद्ध और विविध अनुभव मिलेगा साथ ही धार्मिक, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य और विरासत पर्यटन को आकर्षित में सहयोग प्राप्त होगा।
श्री शुक्ला ने कहा, प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक संपदा, ऐतिहासिक धरोहरें और वन्यजीव विविधता, पर्यटकों को एक सम्पूर्ण अनुभव प्रदान करती हैं। मध्य प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज करा चुका है। पर्यटन, सिर्फ अर्थव्यवस्था नहीं, सांस्कृतिक जुड़ाव और सामाजिक समावेश का भी माध्यम है। पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है, जो स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाता है, रोजगार के अवसर उत्पन्न करता है और राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है। मध्य प्रदेश में पर्यटन सिर्फ स्थलों की यात्रा नहीं, बल्कि अनुभवों की यात्रा है। मध्य प्रदेश आपका स्वागत करता है, न केवल एक डेस्टिनेशन के रूप में, बल्कि साझेदार के रूप में भी। विश्व के पर्यटन मानचित्र पर मध्य प्रदेश को स्थापित करने में आप सभी का सहयोग अपेक्षित है।
हितधारकों ने किया मंथन
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के ट्रैवल ऑपरेटर्स, होटल व्यवसायियों और टूरिज़्म स्टेकहोल्डर्स के बीच द्विपक्षीय संवाद और व्यावसायिक संभावनाओं पर चर्चा की। यह सत्र न केवल क्षेत्रीय पर्यटन के विकास के लिए, बल्कि राष्ट्रीय पर्यटन समृद्धि के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ।