आरएसएमटी में एमबीए एवं एमसीए के सात दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम शुरुवात औपचारिक हुई। मुख्य अतिथि प्रोफेसर एच. पी. माथुर, पूर्व डीन, प्रबंधन अध्ययन संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, ने नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को संवाद कौशल विकास, सामूहिक कार्य संपादन, नेतृत्व क्षमता और विशेष समाधान कौशल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह बताया कि ये कौशल न केवल उनके शैक्षणिक जीवन में बल्कि उनके पेशेवर करियर में भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
प्रोफेसर माथुर ने छात्रों को सलाह दी कि वे अपनी सोच को खुला रखें और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें। इस तरह के कौशल विकास से वे टीम वर्क में बेहतर हो सकेंगे और नेतृत्व की भूमिका निभाने में सक्षम होंगे।
सम्मानित अतिथि, प्रोफेसर मानस पांडेय, विभाग प्रमुख, प्रबंधन अध्ययन फैकल्टी, पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने शिक्षा के साथ मानव मूल्यों के संवर्धन और उनके अनुशीलन पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान का संचय करना नहीं है, बल्कि छात्रों को नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों का भी बोध कराना है।
प्रोफेसर पांडेय ने कहा कि मानव मूल्य न केवल व्यक्तिगत विकास में सहायक होते हैं, बल्कि समाज में सामंजस्य और एकता बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे अपने ज्ञान का उपयोग न केवल अपनी भलाई के लिए, बल्कि समाज के उत्थान के लिए भी करें।
सम्मानित अतिथि, अंकुर चड्ढा, दैनिक जागरण, ने नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को नवीनतम संचार माध्यमों के जरिए अद्यतन बने रहने की अपील की। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में जानकारी की तेजी से बाढ़ आई है, और ऐसे में छात्रों के लिए आवश्यक है कि वे न केवल नई तकनीकों से परिचित हों, बल्कि उन्हें सही तरीके से उपयोग करना भी सीखें।
अंकुर चड्ढा ने सुझाव दिया कि छात्र सोशल मीडिया, ब्लॉग्स और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का सही इस्तेमाल करें, ताकि वे अपनी सोच और विचारों को साझा कर सकें और साथ ही महत्वपूर्ण समाचार और जानकारियों से अपडेट रह सकें। उन्होंने यह भी बताया कि यह कौशल उन्हें न केवल व्यक्तिगत विकास में मदद करेगा, बल्कि उनके करियर में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डॉ. निशा त्रिपाठी, उप-प्रधानाचार्य, रानी मुरार कुमारी बालिका इण्टर कॉलेज ने कहा कि प्रबंधन आज के परिवेश में एक महत्वपूर्ण शिक्षा है जिसके माध्यम से आप सभी व्यवसाय जगत में अपना स्थान बना सकते है।
उद्घाटन सत्र में अतिथियों और नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो. अमन गुप्ता ने कहा कि आप सभी अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच चुके हैं। अब समय है कि आप अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें और उन्हें पाने के लिए जी-जान से जुट जाएं।
प्रो. गुप्ता ने छात्रों को प्रेरित करते हुए बताया कि सफलता के लिए केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि मेहनत और दृढ़ संकल्प की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस नए अध्याय में चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना आवश्यक है, और संस्थान हर कदम पर उनका समर्थन करेगा।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर गरिमा आनंद ने किया। उन्होंने पूरे सत्र को प्रभावी और सुचारू रूप से आगे बढ़ाया। धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर विनीता कालरा ने दिया, जिसमें उन्होंने अतिथियों और उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया।
इसके अलावा, शिक्षक परिचय सत्र का संचालन डा एस के सिंह, पी एन सिंह,डा प्रीति नायर और अनुराग सिंह ने किया, जिन्होंने शिक्षकों का परिचय कराया और उनकी विशेषज्ञता के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर समस्त शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे।
राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (आरएसएमटी) में एमबीए एवं एमसीए के ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुवात
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