Varanasi: बैठक का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण से हुआ । डॉ० सरोज कुमार पाण्डेय ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया । प्रो० अंजू सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।
विषय प्रवर्तन करते हुए प्रो० दीनानाथ सिंह ने कहा कि लोकमत का निर्माण मतदाता के जागरण पर ही आधारित है । अतः जन-जन को स्व कर्तव्य के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है ।
काशी प्रान्त के प्रचारक रमेश ने अपने वक्तव्य में कहा कि मतदान तो आधार है लोकमत बनाने का । मतदाता को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है अन्यथा दांव पर होगा हम सभी का व्यक्तित्व और अस्तित्व । जो देश को एक राष्ट्र मानते नहीं, उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के कुलाधिपति प्रो० जे० पी० लाल जी ने कहा कि शिक्षक वही है जो राष्ट्र को एक सूत्र में बांध सके। नेक इरादे और दृढ संकल्प के साथ राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन करें।
कार्यक्रम में प्रो० आद्या प्रसाद पाण्डेय (पूर्व कुलपति, केन्द्रीय वि ० वि ० मणिपुर), वीणा पाण्डेय (पूर्व एम. एल. सी), प्रो० प्रेमनारायण सिंह, निदेशक आई० यू० सी० टी० ई०, प्रोफेसर ओ ० पी ० चौधरी, प्रो ० मिथिलेश सिंह , प्रो राघवेंद्र पाण्डेय, प्रो० प्रभात कुमार सिंह (कार्यक्रम के आयोजक), डॉ० अमिताभ मिश्र, डॉ० सुखपालजी श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार यादव, डॉ ० राघवेन्द्र सिंह, डॉ० सुमन सिंह, डॉ० राजेश सिंह सूर्यवंशी , आदि सम्मानित गण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ ० जगदीश सिंह दीक्षित एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो ० मिथिलेश सिंह द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ काशी इकाई द्वारा आईआईटी बीएचयू में बैठक आयोजित की गयी
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