इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन तथा टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन की संयुक्त तत्वाधान विश्व पर्यटन दिवस पर आज दिनांक 27 सितंबर होटल ताज गेंजेस वाराणसी में विश्व शांति और आर्थिक विकास के लिए पर्यटन विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
वाराणसी: कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्वान कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा नें कहाँ कि विश्व में पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु मानव निर्मित स्थलों को विकसित किया जाता है वही भारत में हर तरफ़ इतनी प्राकृतिक सम्पदा हैं जो स्वतः ही पर्यटकों को आकर्षित करती हैं आवश्यकता हैं उसको संरक्षित करने की।
पूर्व पर्यटन मंत्री व शहर दक्षिणी सें विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहाँ प्रदेश सरकार का पूरा ध्यान पर्यटन उद्योग को बढ़ाने पर हैं।
महापौर अशोक तिवारी नें बताया कि काशी को स्वच्छ सुन्दर व हरा भरा बनाने में लगातार प्रयास हों रहें है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए आईआई ए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर के चौधरी ने भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री तथा काशी के डायनेमिक सांसद नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज काशी में पर्यटन को शिखर के एक नए आयाम पर पहुंचने का काम प्रधानमंत्री जी ने किया है। देश में अथवा विदेश में कहीं भी प्रधानमंत्री के भाषण बिना काशी की बात किया पूरे नहीं होते हैं। धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से अयोध्या काशी विंध्याचल तथा प्रयागराज का यह सर्किट विकसित करने का काम माननीय प्रधानमंत्री की दूर दृष्टि का परिचायक है।
अतिथियों स्वागत करते हुए अपने उद्बोधन में टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री राहुल मेहता ने कहा कि सरकार की विगत कुछ वर्षों के लगातार प्रयास से काशी अपनी प्राचीनता को समेटे हुए आधुनिकता को अंगीकार करती हुई दिखाई पड़ रही है धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से काशी दक्षिण तथा उत्तर का संगम प्राचीन काल से रहा है काशी के चतुर्दिक विकास ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के सनातन धर्मावलंबियों को अपनी और आकृष्ट किया है।
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर काशी की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने तथा पर्यटन की दृष्टि से उल्लेखनीय कार्य करने वाली विभूतियों का सम्मान किया गया। इसमें प्रमुख रूप से काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रमुख वैज्ञानिक पर्यावरण विद् प्रोफेसर राणा पीवी सिंह को शहर की सांस्कृतिक धरोहर को वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुत किए जाने हेतु सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में काशी के सांस्कृतिक राजदूत के रूप में सुबहे बनारस के प्रणेता डॉ रत्नेश वर्मा का सम्मान किया गया। शिक्षाविद के रूप में पर्यटन हेतु उल्लेखनीय कार्य करने के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रदोष मिश्रा को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार ग्रीन इनीशिएटिव तथा हॉस्पिटैलिटी के लिए होटल ताज गेंजेस लकड़ी के खिलौने के निर्माता पदम गोदावरी सिंह गुलाबी मीनाकारी के शिल्पी नेशनल अवार्डी रमेश विश्वकर्मा ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर श्री शैलेश त्रिपाठी तथा नाविक श्री श्यामलाल को पर्यटन के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान हेतु सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्वान कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा तथा सम्मानित अतिथियों नीलकंठ तिवारी विधायक तथा पूर्व पर्यटन मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार एवं अशोक तिवारी मेयर वाराणसी के कर कमलो द्वारा टू डब्लू ए पर्यटन कैलेंडर की थीम लॉन्च की गई। इस वर्ष के कैलेंडर में प्रत्येक माह में पूरे उत्तर प्रदेश में फैले हुए अलग अलग टूरिज्म सर्किट को दर्शाया गया है। जनवरी कुंभ फरवरी कॉर्पोरेट टूरिज्म मार्च ताज महल सेक्टर अप्रैल रामायण सर्किट मई बुद्ध सर्किट जून जैन सर्किट जुलाई आध्यात्मिक पथ अगस्त कृष्ण बृज सर्किट सितंबर-विंध्याचल त्रिकोण सर्किट अक्टूबर वाराणसी भारत की सांस्कृतिक राजधानी नवंबर बुंदेलखंड सर्किट दिसंबर इको टूरिज्म सर्किट। साथ हि कैलेंडर में एक जिला एक उत्पाद को भी विशेष महत्व दिया गया है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप सें राजेश भाटिया प्रदीप राय अनुपम देवा इत्यादि लोग उपस्थित रहें।