वाराणसी। विधि विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मंगलवार को एक संगोष्ठी आयोजित हुई। विधि विभाग के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ. राजू मांझी, विधि संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार के ऐतिहासिक संदर्भ को व्यक्त करते हुए मानव अधिकारों का सार्वजनिक घोषणा पत्र पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मानवाधिकार के संकल्पना एक फैशन बन गया है। इस वैश्वीकरण के दौर में मानवाधिकार की बातें तो होती हैं, परन्तु अधिकार कर्तव्यविहीन है। उन्होंने संविधान के अनेक अनुच्छेदों को उद्धृत करते हुए बताया कि अभिव्यक्ति की आजादी, भोजन का अधिकार आदि जनमानस को सशक्त बनाते हैं, लेकिन अभी भी लोगों में जागरूकता के अभाव के कारण अधिकार विहीन है।
स्वागत विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो. रंजन कुमार प्रो. रंजन कुमार, संचालन डॉ. हंसराज एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम समन्वयक डॉ. रवीन्द्र कुमार गौतम ने किया। इस अवसर पर धनन्जय कुमार शर्मा, डॉ. राम जतन प्रसाद, डॉ. पंकज कुमार, डॉ.शशांक चन्देल सहित शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहे।