बलिया। 27 जनवरी 2025: शिदीस्वा संवर्धन गुरुकुल ने 24 जनवरी 2025 को अपना 21वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि और ‘आयरन मैन ऑफ एशिया’ से विख्यात श्री विजय सिंह चौहान एवं शिदीस्वा संवर्धन गुरुकुल के ट्रस्टी श्री उज्जवल सिंह ने स्कूल में एक आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का भी उद्घाटन संयुक्त रुप से किया। यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्कूल के छात्रों को अपने खेल कौशल को निखारने, टीम वर्क को बढ़ावा देने और सर्वांगीण विकास प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
श्री विजय सिंह चौहान का जन्म एक खेल प्रेमी परिवार में हुआ। उन्हें बचपन से ही खेलों में काफी रुचि है। उन्होंने हाई जंप, लॉन्ग जंप और दौड़ में महारत हासिल की। उन्होंने ग्वालियर के शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय से ग्रेजुएशन किया और 1968 में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई रिकॉर्ड बनाए। साथ ही 1970 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का नाम रौशन किया। उन्हें ‘आयरन मैन ऑफ एशिया’ के रूप में जाना जाता है और वे अपनी पुस्तकों और लेखों के माध्यम से युवा एथलीटों को प्रेरित करते रहते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री विजय सिंह चौहान ने कहा कि “इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन बुनियादी ढांचे एवं युवाओं के सपनों और संभावनाओं में भी निवेश है। ये आधुनिक सुविधाएं अनुशासन, दृढ़ता और सर्वश्रेष्ठता की भावना को आगे बनाने में मदद करती हैं – जो न केवल खेल में बल्कि जीवन में भी जरुरी है। मैं इस स्कूल के छात्रों से बड़े सपने देखने का आग्रह करता हूं क्योंकि हर बड़ी उपलब्धि एक सपने से शुरू होती है। इस स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का उपयोग अपनी सीमाओं को पार करने, क्षमताओं पर विश्वास करने और खेल और जीवन दोनों में भविष्य के चैंपियन बनने के लिए करें।”
कार्यक्रम के बारे में बताते हुए शिदीस्वा संवर्धन गुरुकुल के ट्रस्टी श्री उज्ज्वल सिंह ने स्कूल की समृद्ध विरासत और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि, “वार्षिक दिवस हमारी शिक्षा, विकास और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का जश्न है। गुरुकुलु की स्थापना मेरे पिता, स्व. श्री पारस नाथ सिंह ने वंचित छात्रों को बेहतर शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए की थी। उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज इस आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया गया है। हम लोग अपने पिता के मिशन की सराहना करते हैं, जिन्होंने बलिया में सीखने और विकास के लिए एक परिवर्तनकारी संस्थान को बनाया है। खेल, शिक्षा की ही तरह, युवा दिमाग को आकार देने, अनुशासन, टीम वर्क और लचीलापन पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”
श्री सिंह ने आगे कहा कि, “गुरुकुल के छात्रों से आग्रह करता हूं कि वे इस विश्व-स्तरीय सुविधा का अधिकतम उपयोग करें – न केवल एथलेटिक्स में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए, बल्कि चरित्र निर्माण और खेल के मूल्यों को अपनाने के लिए भी। हम ‘लर्न-अनलर्न- रिलर्न’ की अवधारणा पर कार्य करते है जो निरंतर विकास के लिए सतत प्रयासों को बढ़ावा देती है”।
शिदीस्वा संवर्धन गुरुकुल का 21वां वार्षिकोत्सव एक शानदार आयोजन रहा, जिसमें छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और गणमान्य लोगों ने अपनी उपलब्धियों के उत्सव में भाग लिया। आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई, जिसमें सभी ने मिलकर स्कूल की उपलब्धियों का जश्न मनाया। इसके अलावा स्व. श्री परास नाथ सिंह को श्रद्धांजलि भी दी गई, जिनके दूरदर्शी नेतृत्व ने गुरुकुल की स्थायी सफलता की नींव रखी।
गुरुकुल के आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का अनावरण एक नए युग की शुरुआत है, इसमें हाइटेक सुविधाएं हैं, जो शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देने, खेल भावना को विकसित करने और छात्रों को एथलेटिक बनने और अपनी पूरी क्षमता का विकास करने के लिए प्रेरित करेगा। शिदिसवा संवर्धन गुरुकुल की शिक्षा में उत्कृष्टता और हर तरह के विकास पर ध्यान इसे बलिया में प्रगति का प्रतीक बनाता है, जो अगली पीढ़ी को बड़े सपने देखने और अधिक ऊंचाइयां हासिल करने के लिए सशक्त बनाता है।
शिदीस्वा संवर्धन गुरुकुल के बारे में
ड्रीम प्रोजेक्ट शिदीस्वा संवर्धन गुरुकुल (एस.एस.जी.) की स्थापना 2004 में हुई थी। ‘शिदीस्वा’ शब्द तीन शब्दों के संयोजन से बना है- शिक्षा, दीक्षा स्वास्थ्य। यह नाम संस्थान के उद्देश्य को दर्शाता है, साथ ही इससे स्कूल द्वारा अपने छात्रों को हर तरह से मदद करने और उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करने की भावना प्रदर्शित होती है।
संस्थान के लिए शुरुआती दिन मुश्किलों से गिरे हुए और काफी चुनौती पूर्ण थे, हालांकि, संस्थापक, श्री पारस नाथ सिंह की सकारात्मक दृष्टिकोण नियमों और मानकों से समझौता न करने के निर्णय के कारण शिक्षकों, छात्रों दोनों के लिए उच्च बार निर्धारित करते हैं। दृढ़ता और कड़ी मेहनत के माध्यम से स्कूल ने एक उल्लेखनीय परिवर्तन किया, जिसकी वजह से स्कूल अब डिजिटल प्रौद्योगिकियों से युक्त एक आधुनिक संस्थान बन गया है। इसके अलावा अब 500 से अधिक छात्रों को समायोजित कर रहा है। इन वर्षों में एस.एस.जी. ने अंग्रेजी में बातचीत और गणित दोनों विषय में छात्रों का ज्ञानवर्धन करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है, जो कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों को अच्छे और उज्जवल भविष्य की तरफ लेकर जाता है।