” पांच नदियों के संगम पंचगंगा घाट से नमामि गंगे की जल संरक्षण की अपील “
Varanasi: मंगलवार को नमामि गंगे ने गंगा- यमुना- सरस्वती- किरणा- धूतपापा नदियों के संगम पंचगंगा घाट पर स्वच्छता की अलख जगाई । इस दौरान दुर्गा घाट और ब्रह्मा घाट तक गंगा किनारे की साफ सफाई की गई । पांच नदियों के संगम पंचगंगा घाट पर मां गंगा की आरती उतार कर जल संरक्षण का संदेश दिया गया। ‘ जल प्रकृति का अनुपम उपहार है ‘ , आओ घर घर अलख जगाए जल संरक्षण की ओर कदम बढ़ाएं ‘ जल प्रकृति की अनमोल देन है जल का सदुपयोग करें ” जैसे गगनभेदी नारों के बीच सभी को गंगा स्वच्छता और जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई । गंगा में स्नान करने के लिए पहुंचे नेमी स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं से गंदगी न करने का आग्रह किया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि स्वच्छ एवं सुरक्षित जल अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है । गंगाजल जैसे प्राकृतिक संसाधन की बचत करना बहुत जरूरी है ताकि आने वाली पीढ़ियों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़े । कुओं, नलकूपों, तालाबों और माता की तरह हितकारिणी नदियों से अंधाधुंध जल दोहन के कारण भूजल में कमी आ गई है । इसलिए हर व्यक्ति का दायित्व है कि वह जल के महत्व को समझते हुए इसका सदुपयोग करे और जल को व्यर्थ में न बहने दें । जल शक्ति अभियान से जुड़ संकल्प लें कि जल बर्बादी रोककर जल संरक्षण करेंगे । आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, राजेंद्र मिश्रा, दिनेश शर्मा, काजल मेहरोत्रा, सलोनी पाठक, सुमन गुजराती आदि शामिल रहे ।

