वाराणसी न्यूरोथेरेपी चिकित्सा विधा पर आधारित पुस्तक डॉ लाजपतराय मेहरा न्यूरोथेरेपी पुस्तक का आज मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआ बाबा आश्रम में महामण्डलेश्वर संतोष दास ने अपने करकमलों से लोकार्पण किया। इस पुस्तक को नवजीवन आरोग्य संस्था के संस्थापक व न्यूरोथेरेपिस्ट एम. एल. विश्वकर्मा ने प्रकाशित किया है विश्वकर्मा ने बताया कि न्यूरोथेरेपी के जनक डॉ. लाजपत राय मेहरा के सपने को साकार करने तथा न्यूरोथेरेपी चिकित्सा विधा का लाभ जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से इस पुस्तक का प्रकाशन किया गया है न्यूरोथेरेपी एक ऐसी वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है जो बिना दवा के कई बीमारियों में चमत्कारिक लाभ दिखा रही है
विमोचन के पश्चात संतोष दास ने कहा कि प्राचीन समय में हमारे रिषी-मुनियों ने बिना दवा के रोगों को ठीक करने के लिए योग प्राणायाम के साथ अनेक क्रियाएँ बतायी हैं जिसका ज्वलंत उदाहरण यह विधा है। काशी सांस्कृतिक व आध्यात्मिक राजधानी है यहाँ अनेक महापुरुषों ने शिक्षा संस्कृति से लेकर आरोग्यता के लिए कार्य किया है आज विश्वकर्मा द्वारा इस पुस्तक का प्रकाशन किया गया है जिससे युवा पीढ़ी को पता चल सके कि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सिर्फ़ दवा नहीं विश्वास भी ज़रूरी है यह पुस्तक युवा पीढ़ी को विश्वास के साथ जीवन को स्वस्थ रखने के लिए स्वर्ण मेधा का काम करेगी डा. मेहरा का संकल्प जन-जन तक पहुँचे और पूरा विश्व आरोग्यता की ओर बढ़े यही बाबा विश्वनाथ से मेरी प्रार्थना है लोकार्पण अवसर पर प्रमुख समाजसेवी रविशंकर सिंह विनय श्रीवास्तव अभिषेक आदि थे।
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