भय एवं लालच में जनता हो रही है साइबर असुरक्षा का शिकार- महेश जैन
वाराणसी: हर प्रसाद गुप्त इंक्यूबेंशन फाउंडेशन काशी विद्यापीठ एवं सेगा एकेडमी के संयुक्त तत्वाधान में साइबर सुरक्षा एवं संरक्षा विषयक एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित।
वाराणसी हर प्रसाद गुप्त इंक्यूबेंशन फाउंडेशन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एवं सेगा एकेडमी के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को साइबर सुरक्षा एवं संरक्षा विषयक एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी। डॉ. भगवान दास केंद्रीय पुस्तकालय के समिति कक्ष में आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने किया। उन्होंने ने कहा कि साइबर अपराधी प्रत्येक दिन नए हथकंडे अपना रहें हैं। बिना मतलब और बिना फायदे के कोई फोन नहीं करता है इसलिए इस तरह के कॉल और फ्राड से सावधान रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि आज दो पहलू पर ध्यान देने की आवश्यकता है जिसमें तकनीकी प्लेटफार्म और नेटवर्क शामिल है। राजनीति समाज मनोविज्ञान के स्तर पर भी साइबर असुरक्षा को देखा जा सकता है। भारत पाकिस्तान बंगलादेश और कनाडा का उदाहरण देकर साइबर सुरक्षा के राजनीतिक पहलुओं को बताया।
मुख्य अतिथि महेश जैन विधि सलाहकार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि साइबर सुरक्षित भारत प्रोजेक्ट के माध्यम से साइबर सुरक्षा की जा सकती है। आज के दौर में भय भावनाओं और लालच में लोग साइबर असुरक्षा के शिकार हो जाते हैं। सेगा एकेडमी के मुख्य कार्यकारी संदीप ने कहा कि आज संचार साथी जैसे वेबसाइट के माध्यम से अपनी फोन की सुरक्षा को देख सकते हैं। सेगा एकेडमी के अध्यक्ष आशीष ने विद्यार्थियों के बीच से साइबर संबंधित समस्या के ऊपर चर्चा करते हुए उनके कैरियर संबंधित जानकारी भी दी। प्रशिक्षक आकाश ने पीपीटी के मध्यम से लोगों को समस्याओं एवं उसके समाधान के बारे में बताया।
अथितियों का स्वागत हर प्रसाद गुप्त इंक्यूबेंशन फाउंडेशन के निदेशक एवं कार्यक्रम संयोजक प्रो. मोहम्मद आरिफ़ ने किया। संचालन डॉ. रवि प्रकाश सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पीयूष मणि त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर प्रो. ब्रजेश सिंह प्रो. राजेश मिश्र प्रो. के.के. सिंह प्रो. राजमुनी प्रो. रश्मि सिंह, प्रो. नलिनी श्याम कामिल प्रो. रामाश्रय यादव डॉ. दुर्गेश उपाध्याय, डॉ. धनंजय विश्वकर्मा डॉ. रेशम लाल डॉ. कविता आर्या डॉ. आरती विश्वकर्मा डॉ. नीरज सोनकर डॉ. शुभ्रा वर्मा डॉ. जयदेव पाण्डेय डॉ. विजय कुमार डॉ. मिथिलेश कुमार गौतम डॉ. ज्योति सिंह सर्वेंद्र सचिन श्वेता आशुतोष सुहानी विशाल आदि उपस्थित रहे।