वाराणसी: डर्बीशायर क्लब के तत्वावधान में हर साल की तरह इस साल भी फिल्मी दुनिया के महान गायक मुकेश साहब की 48 वीं पुण्यतिथि क्लब अध्यक्ष शकील अहमद जादूगर के नेतृत्व में पितरकुण्डा के कुण्ड पर मछलियों को चारा खिलाते हुए मुकेश साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
इस अवसर पर शकील अहमद जादूगर ने बताया कि मुकेश साहब मुम्बई में नायक बनने आए थे मगर वे एक गायक बनकर इस फिल्मी दुनिया में इतने नायाब गीत गाये जो उन्हें महान गायक की श्रेणी में खड़ा कर दिया। श्रीशकील ने कहा कि वैसे तो मुकेश साहब ने हजारों गीत गाये हैं मगर कुछ उनके यादगार गीत कोठों पे सच्चाई रहती है जहां दिल में सफाई रहती है हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा रहती है जिस गली में तेरा घर न हो बालमा उस गली से हमे त्तो गुजरना नहीं जो तुमको जो पसन्द वहीं बात करेंगे तुम दिन को अगर रात कहो रात कहेंगे। चल री सजनी अब क्या सोचे कजरा न बह जाय रोते रोते तेरी बिंदिया किसी की मुस्कुराहट पे हो निसार सबकुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी सच है दुनियावालो हम हैं अनाड़ी जैसे गीत आज भी लोगों की जुबां पर है। शकील ने कहा कि मुकेश साहव राजकपूर के अलावा राजेन्द्र कुमार राजेश खन्ना धर्मेन्द्र फिरोज खान मनोज कुमार अमिताभ बच्चन की आवाज बन चुके थे उनके गाये सारे गीत आज भी लोग चाव से सुनते हैं। शकील ने कहा कि 27 अगस्त 1976 को अमेरिका के एक कार्यकम में गाना गाते हुए मुकेश साहब को दिल का दौरा पड़ा और वे वहीं इस फानी दुनिया से रूख्सत हो गए।
शकील ने मुकेश साहेब के चित्र पर माला फूल चढ़ाया तथा कुण्ड की मछलियों को चारा खिलाते हुए मुकेश साहब को श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से हाजी असलम हैदर मौलाई आफाक हैदर बाले शर्मा विक्की यादव
पारस जायसवाल मोहम्मद शाहिद शकील अहमद जादूगर
शाहिद आलम चुना खान बबलू गुप्ता प्रदीप कुमार गुप्ता अच्छे हुसैन आकाश सिंह इश्तियाक खान मोहम्मद अली इत्यादि लोगों की मौजूदगी रही।
पितर कुंडा के कुंड पर मछलियों को चारा खिलाते हुए मुकेश साहब को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की गई
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