टीबी नोटिफिकेशन, सक्सेस रेट, टीबी मुक्त पंचायत, कॉलिंग फीडबैक, टीपीटी आदि की ली जानकारी
पाण्डेयपुर समेत पांच अन्य एसटीएस को दी चेतवानी, कार्यसुधार न होने तक रोका गया वेतन
निजी क्षेत्र में टीबी नोटिफिकेशन बेहद कम, कार्यदाई पीपीएसए संस्था को पत्र जारी करने का दिया निर्देश
सीबी नाट व ट्रू नाट जांच के लिए सभी टीबी यूनिट पर एक-एक एलटी नामित करने का निर्देश
वाराणसी, 29 अगस्त 2024 । विकास भवन सभागार में वृहस्पतिवार को मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की समीक्षा, डिस्ट्रिक्ट टीबी टास्क फोरम और आगामी एसीएफ अभियान को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यतः कॉलिंग फीडबैक प्रक्रिया, टीबी नोटिफिकेशन, कोंट्रेक्ट ट्रेसिंग, टीबी मुक्त पंचायत अभियान, आगामी सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान (एसीएफ़), निक्षय पोषण योजना, पोषण पोटली एवं टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी पर गहन चर्चा की गई। इसमें समस्त मेडिकल ऑफिसर टीबी कंट्रोल, डीआरटीबी सेंटर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, डीटीसी के चिकित्सा अधिकारी, कोओर्डिनेटर एवं एनटीईपी के समस्त स्टाफ ने प्रतिभाग किया।
सीडीओ ने कहा कि सभी टीबी उपचाराधीन मरीजों के लिए कॉलिंग फीडबैक प्रक्रिया अगले सप्ताह से शुरू की जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। सरकारी क्षेत्र में लक्ष्य के सापेक्ष बेहद कम टीबी नोटिफिकेशन को लेकर सीडीओ ने पांडेयपुर समेत अराजीलाइन, एलबीएस रामनगर, बड़ागांव, महमूरगंज, सिंधौरा के एसटीएस को चेतवानी दी और कार्य में सुधार न होने तक वेतन आदेय करने का निर्देश दिया। लक्ष्य के सापेक्ष निजी क्षेत्र के टीबी नोटिफिकेशन में भी सुधार लाया जाए। निजी क्षेत्रों के बेहद कम यूडीएसटी नोटिफिकेशन पाए जाने पर कार्यदाई संस्था पीपीसीए के राज्य कार्यालय को पत्र जारी करने का निर्देश दिया। सीडीओ ने निर्देशित किया कि अगले माह लक्ष्य के सापेक्ष कम नोटिफिकेशन पाए जाने पर एसटीएस पर सख्त कार्यवाई की जाए। ड्रग सेंसेटिव टीबी (डीएसटीबी) के सक्सेस रेट की तरह ड्रग रेजिस्टेंट (डीआरटीबी) का भी सक्सेस रेट निकालने पर ज़ोर दिया। डीआरटीबी के समस्त मरीजों का उपचार जल्द से जल्द शुरू किया जाए। सीबी नाट जांच कराने में लापरवाही करने को लेकर राजालताब और मिसिरपुर के एमओटीसी व एसटीएलएस पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया। निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत मरीज को उपचार के दौरान हर माह मिलने वाले 500 रुपये को लेकर जिन टीबी यूनिट का डीबीटी 95 प्रतिशत से कम है, उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इसमें लापरवाही करने वाले एसटीएस पर सख्त कार्यवाई की जाए। पाँच वर्ष कम उम्र बच्चों को दी जा रही टीपीटी की जानकारी लें। साथ ही कोंट्रेक्ट ट्रेसिंग पर भी ज़ोर दिया जाए। सीबी नाट और ट्रू नाट जांच के लिए सभी टीबी यूनिट पर एक-एक एलटी नामित करने का निर्देश दिया। नौ सितंबर से 20 सितंबर तक चलने वाले टीबी एसीएफ़ अभियान को माइक्रोप्लान के अनुसार सौ फीसदी सफल बनाने का निर्देश दिया। समस्त एसटीएस व एसटीएलएस को टीबी मुक्त पंचायत अभियान के अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों पर लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन, डीबीटी, सक्सेस रेट आदि को पूरा करने का निर्देश दिया।
बैठक में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय ने एनटीईपी के समस्त कार्य प्रगति के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर डीपीसी संजय चौधरी, पीपीएम कोओर्डिनेटर नमन गुप्ता, डीपीटीसी विनय मिश्रा, एसटीएस, एसटीएसएल समेत अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।