वाराणसी प्रदेश में गंगा नदी के संरक्षण और सफाई के लिए होने वाले प्रयासों को एक और कामयाबी मिली
नमामि गंगे के सह संयोजन उज्जवल वर्मा आज काशी दौरे पर वाराणसी पहुंचे उन्होंने बताया कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में गंगा सफाई योजना को एक नई मुकाम मिल रही है जो हर्ष की बात है और उन्होंने बताया कि प्रदेश में गंगा नदी के संरक्षण और सफाई के लिए होने वाले प्रयासों को एक और कामयाबी मिली है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की दिल्ली में हुई 56वीं कार्यकारी समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश के लिए 73.39 करोड़ की लागत वाली 5 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
नमामि गंगे और आईआईटी बीएचयू के बीच संस्थागत ढांचे के तहत वाराणसी में स्मार्ट लैबोरेटरी फॉर क्लीन रिवर परियोजना के सचिवालय की स्थापना की जाएगी।
बुलंदशहर के गुलावठी में एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय परियोजना को मंजूरी दी गई है। इसका उद्देश्य गंगा की सहायक पूर्वी काली नदी के प्रदूषण को रोकना है। अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा प्रकृति-आधारित समाधानों के माध्यम से ऊपरी गोमती नदी बेसिन में निचले क्रम की वाराणसी धाराओं और सहायक नदियों के कायाकल्प की 2024) योजना को भी मंजूरी दी गई।