वाराणसी। मनोविज्ञान विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में स्थापित संगीत चिकित्सा प्रकोष्ठ (उच्चानुशीलन केंद्र) के द्वारा अकादमिक सत्र 2024-25 से पीजी डिप्लोमा इन म्यूजिक थेरेपी पाठ्यक्रम का शुक्रवार को ओरिएंटेशन सत्र के माध्यम से शुभारंभ किया गया। 14 सितंबर से इस हाइब्रिड मोड में चलने वाले पाठ्यक्रम की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। सत्र की अध्यक्षता कर रहीं मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. रश्मि सिंह ने इस पाठ्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही छात्रों से यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर भारत एवं विश्व के पटल पर संगीत चिकित्सा स्थापित करने का आह्वान किया।
पाठ्यक्रम के सभी विशेषज्ञों प्रो. हितेश खुराना, प्रो. विजयालक्ष्मी सुब्रमनियम, डॉ. फराह हुसैन, डॉ. तुषार सिंह, ऐश्वर्या राज, श्रुति तेलंग, डॉ. शाम्भवी आदि ने अपने विचार साझा किया। पाठ्यक्रम के संचालन आदि से संबंधित जानकारियां, संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन संगीत चिकित्सा प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. दुर्गेश कुमार उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर मनोविज्ञान विभाग के प्रो. शेफाली वर्मा ठकराल, डॉ. प्रतिभा सिंह, डॉ. मुकेश कुमार पंथ, डॉ. पूर्णिमा श्रीवास्तव, डॉ. पूनम सिंह डॉ. दीपमाला सिंह बघेल, डॉ. कंचन शुक्ला आदि उपस्थित रहे।