परिसर में शत् प्रतिशत उपस्थिति रखने वाले छात्रों को अभाविप करेगी सम्मानित।
यह समारोह यात्रा का समापन नहीं अपितु परिसर चलो अभियान का शुभारंभ: वीरेंद्र
कृष्ण-सुदामा जैसा आत्मीय संबंध परिसरों के माध्यम से ही संभव: वीरेंद्र।
परिसरों को जीवंत बनाने एवं परिसर संस्कृति को पुनर्स्थापित करने हेतु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा देशव्यापी मुहिम परिसर चलो अभियान चलाया जा रहा है इसी के निमित्त अभाविप के काशी प्रांत में परिसर चलो रथ चलाया गया जिसका समापन आज बीएचयू स्थित वाणिज्य संकाय सभागार में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यवाह वीरेन्द्र प्रांत उपाध्यक्ष डॉ. राम शंकर उरांव एवं काशी प्रांत संगठन मंत्री अभिलाष मिश्र की उपस्थिति रही।
अमेठी तथा दुद्धी से चलाए गए थे दो रथ बीएचयू तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुआ समापन।
अभाविप काशी प्रांत द्वारा आयोजित परिसर चलो यात्रा के अंतर्गत सोनभद्र स्थित दुद्धी तथा अमेठी से रथ चलाया गया था। दुद्धी से चलाया गया रथ सोनभद्र मीरजापुर भदोही वाराणसी जिला गाजीपुर चंदौली तथा वाराणसी महानगर से होते हुए आज काशी हिंदू विश्वविद्यालय पहुंचा है वहीं अमेठी से यात्रा आरंभ हो कुशभवनपुर मछलीशहर जौनपुर प्रतापगढ़ कौशांबी प्रयाग जिला तथा प्रयाग महानगर से होते हुए आज इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंचा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री अभिलाष मिश्र ने बताया कि परिसर चलो अभियान अभाविप द्वारा जनांदोलन के रूप में चलाया जा रहा है इसको दो चरणों में 10+2 के विद्यार्थियों से लेकर विश्वविद्यालय परिसरों में अध्ययनरत छात्रों के मध्य वर्षभर चलाने की योजना है। प्रथम चरण में छात्र संवाद छात्र संसद प्रेरक उद्बोधनों विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों की परिसरों के प्रति रुचि बढ़ाने एवं परिसरों में छात्रसंघ विद्यालयों में प्रायोगिक कक्षाएं तथा कला खेल सेवा और पर्यावरण संबंधी प्रकल्प की शुरुवात से परिसरों में सकारात्मक माहौल बनाने पर जोर दिया जाएगा। द्वितीय चरण में शिक्षा क्षेत्र के सभी हितधारकों से संवाद कर इस दिशा में कार्य कर परिसर जीवंत बनाने रोज़गार सृजन का केंद्र बनाने एवं परिसर को रुचिकर बनाने हेतु कैंटीन खेल प्रांगण तथा छात्र कल्याण केन्द्र जैसी व्यवस्थाओं को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय कार्यवाह वीरेंद्र ने कहा कि कोरोना काल के बाद शैक्षिक परिसरों में विद्यार्थियों की उपस्थिति दर में गिरावट दर्ज की गई है जिससे परिसर संस्कृति को विद्यार्थी भूलते जा रहे हैं और यह उनके सर्वांगीण विकास में बाधक सिद्ध हो रही है। परिसरों में विद्यार्थी आएं वैसा सकारात्मक माहौल शिक्षकों को बनाना होगा तभी विद्यार्थी परिसरों में जाना चालू करेंगे। जिस दिन विद्यार्थियों को शिक्षकों से ऑनलाइन माध्यम से अधिक ज्ञान मिलने लगेगा तब वह परिसर जरूर जाएंगे। परिसर सामाजिक समरसता के सबसे बड़े केंद्र है और इनको पुनर्जीवित करना आज की आवश्यकता है।
अभाविप काशी प्रांत के प्रांत उपाध्यक्ष राम शंकर उरांव ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी प्रांत द्वारा चलाई गई परिसर चलो यात्रा’ के माध्यम से बहुत ही अच्छे अनुभव आए हैं यह यात्रा काशी प्रांत के 16 संगठनात्मक जिलों से होती हुई काशी हिंदू विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में संपन्न हुई है। अभाविप काशी प्रांत की इस मुहिम से विद्यार्थियों के मध्य एक सकारात्मक माहौल बनाने का प्रयास किया गया है निश्चित ही इस अभियान का प्रभाव आने वाले दिनों में दिखेगा और पुनः विद्यार्थियों की संख्या काशी प्रांत के परिसरों में बढ़ेगी।