वाराणसी: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पंचम मंडल वाराणसी पर अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया गया। यह धरना संगठन के प्रदेशीय संघर्ष समिति द्वारा विभिन्न मंडलों में चल रहे धरनों के क्रम में आयोजित किया गया। धरने की अध्यक्षता मंडलीय अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने की। धरने में मुख्य अतिथि सुरेश कुमार त्रिपाठी पूर्व एमएलसी एवं प्रदेश अध्यक्ष रहे। प्रदेश अध्यक्ष ने माध्यमिक शिक्षकों और शिक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता की आलोचना करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बहाल होनी चाहिए। शिक्षकों की सेवा शर्ते उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की धारा 12,18 और 21 जिन्हें संगठन ने संघर्ष के माध्यम से हासिल किया था को नई शिक्षा अधिनियम 2023 में भी जोड़ा जाए। चिकित्सा सुविधा की बहाली वित्तविहीन शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन 2000 से पूर्व नियुक्त तदर्थ शिक्षकों के विनियमितिकरण सहित विभिन्न मांगों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व एम०एल०सी०डॉ० प्रमोद कुमार मिश्र ने कहा कि यह सरकार शिक्षकों के प्रति संवेदनशून्य है। हम किसी भी कीमत पर न तो एन०पी०एस को स्वीकार करेंगे न ही यू०पी०एस० को स्वीकार करेंगे। संपूर्ण शिक्षक समुदाय और शिक्षणेत्तर कर्मचारी यह मांग करते हैं कि सरकार पुरानी पेंशन व्यवस्था को यथाशीघ्र बहाल करें। धरने को महामंत्री नरेंद्र वर्मा पूर्व महामंत्री इंद्रासन सिंह हाजी दीवान साहेब ज़मां खां महासचिव टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया उपाध्यक्ष डॉ० देव भास्कर तिवारी आय व्यय निरीक्षक मुन्नू यादव प्रदेशीय मंत्री चौधरी दिनेश चंद्र राय अनिल कुमार उपाध्याय डॉ० अक्षयबर नाथ द्विवेदी राणा प्रताप सिंह सत्येंद्र कुमार सिंह माया शंकर यादव रामकुमार नारायण उपाध्याय विनोद शंकर पांडे इत्यादि लोगों की मौजूदगी रही।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया
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