वाराणसी। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा दीनदयाल हस्तकला संकुल, वाराणसी में 17 से 19 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रहे इंडिया ट्रेवल मार्ट (आईटीएम) में विशेष सहभागिता की जा रही है। म.प्र. पर्यटन क्षेत्र के पांच प्रमुख हितधारक भी इस मार्ट में भाग ले रहे हैं। यह आयोजन मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने का एक प्रमुख मंच साबित हो रहा है।
इस दौरान पर्यटन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और साथ ही राज्य के भीतर और बाहर पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। म.प्र. शासन, पर्यटन व संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव एवं प्रबंध संचालक, म.प्र. टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इंडिया ट्रेवल मार्ट जैसे आयोजनों में हमारी भागीदारी हमारे पर्यटन उत्पादों और सुविधाओं को प्रमुखता से प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करती है। दोनों ही राज्य सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक रूप से समृद्ध है। महाकाल एक्सप्रेस ने काशी और उज्जैन को सीधे जोड़ने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया है, जिससे अब यात्री उज्जैन से इंदौर और ओंकारेश्वर के दर्शन कर सकते हैं। इससे धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा और राज्य के भीतर की कनेक्टिविटी और भी सुगम होगी।
नए पर्यटन सर्किट का परिचय
मध्यप्रदेश और वाराणसी के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो प्रमुख सर्किट तैयार किए गए हैं। इसमें पर्यटक सड़क मार्ग के माध्यम से वाराणसी – संजय डुबरी – मैहर – रीवा – मुकुंदपुर – चित्रकूट या फिर वाराणसी से ओरछा – खजुराहो – पन्ना – चित्रकूट का भ्रमण कर सकते हैं। उक्त सर्किट्स के माध्यम से यात्रियों को धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक पर्यटन का अनुभव होगा, जिससे अंतर्राज्यीय पर्यटन को भी बल मिलेगा। विदेशी पर्यटक भी ग्वालियर, ओरछा, खजुराहो, पन्ना, और रीवा होते हुए प्रयागराज और वाराणसी तक का यात्रा मार्ग चुन सकेंगे।
रीवा एयरपोर्ट से बढ़ेगी कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन के मार्गदर्शन में प्रदेश में हवाई कनेक्टिविटी निरंतर बेहतर होती जा रही है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 अक्टूबर को रीवा में एयरपोर्ट का शुभारंभ किया जाएगा। जिससे, इस क्षेत्र में हवाई कनेक्टिविटी को एक नई मजबूती मिलेगी। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा, “रीवा एयरपोर्ट के उद्घाटन से मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के पर्यटन क्षेत्रों के बीच आवागमन और अधिक सुगम व सुलभ होगा। यह दोनों राज्यों के लिए अंतर्राज्यीय पर्यटन सर्किट के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।”