वाराणसी आज धूप चंडी लेबर कॉलोनी स्थित अत्यंत प्राचीन शक्तिपीठ मां धूमावती देवी के मंदिर में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य हरियाली एवं हम श्रृंगार महोत्सव का आयोजन किया गया बड़े बड़े हिम खंडो एवं शीतल जल स्त्रोत के बीच आते जाते श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा दर्शन पूजन कर मां धूमावती देवी के जय जयकार के नारे लगाती रही
उक्त अवसर पर मंदिर के मुख्य पुजारी राजेंद्र गोस्वामी ने बताया कि अत्यंत प्राचीन एवं ऐतिहासिक महत्व वाले मंदिर के मुख्य पुजारी राजेंद्र गोस्वामी जी ने बताया कि मां धूमावती देवी भगवान शिव द्वारा प्रकट महाविद्या हैं। उनको सातवीं महाविद्या कहा जाता है वह दरिद्रता को दूर करने वाली देवी हैं। उनको दुखों को दूर और गुस्से को शांत करने वाली देवी भी माना जाता है। पुराणों के मुताबिक उनके बराबर शक्ति कोई दूसरी नहीं है। दुख-तकलीफों से बचने के लिए मां धूमावती की पूजा की जाती है। जो भी भक्त श्रद्धापूर्वक मां की पूजा करता है उन पर मां की कृपा बरसती हैं।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मां धूमावती देवी का भव्य हरियाली एवं हिम श्रृंगार के उपरांत हवन व पूजा तथा भव्य भंडारे का आयोजन किया गया है।
शिव पार्वती एवं अन्य वेशभूषा में सजे कलाकारों ने मनमोहक एवं विराट प्रस्तुति देकर सभी दर्शनार्थियों को झूमने पर विवश कर दिया मां धूमावती देवी का काशी में विशेष स्थान व महत्व रहता है मां के दर्शन को बड़े से बड़े प्रशासनिक अधिकारी व श्रद्धालु गण मनौती पूरी करवाने आते हैं मां सभी की मुरादे पूरी करती है।
मां धूमावती देवी का भव्य हरियाली एवं हिम श्रृंगार का भव्य आयोजन किया गया,दरिद्रता को दूर करने और गुस्से को शांत करने वाली देवी है – राजेंद्र गोस्वामी
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