वाराणसी: मस्जिद मज़हरूल उलूम पीलीकोठी में मुत्ताहिदा उलमा कौंसिल बनारस की तरफ से विशेष रूप से महिलाओं में धार्मिक समाजिक तरीके ए कार पर बल आयोजित गोष्ठी।
सामाजिक सुधार एवं बंधुत्व एकता अखंडता पर मासिक विचार गोष्ठी मुत्ताहिदा उलमा कौंसिल बनारस की तरफ से आयोजन में मुफ्ती ए शहर अब्दुल बातिन साहब ने कहा कि मुस्लिम समाज में फैली बुराइयों से दूर हो कर अपने और अपने बच्चों खासकर लड़कियों के शिक्षा संस्कार का खास ख्याल रखना होगा उन्हें एक आधुनिक समाज का नवनिर्माण करने की ज़रूरत पर बल देते हुए कहा अधुनिकता का कतई यह मतलब ना निकाला जाएं की मुसलमान पश्चिम सभ्यता का समर्थक है इस्लाम में औरतों को जो आज़ादी प्रदान किया है हम सब को उस पर नतमस्तक होना चाहिए !
क़ुरान ने महिलाओं को जिस तौर तरीके को लेकर संबोधित किया गया आज उस पर विशेष रूप से समाज की अविवाहित नई पीढ़ी की बेटियों को समझना होगा! मदरसे मैनेजमेंट से मालूम हुआ मदरसे में लगभग दो सौ से अधिक लड़कियां धार्मिक उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है वो और उनके परिवारों की और आस-पास की अधिक संख्या में महिलाओं ने शिरकत किया मस्जिद और मदरसे में अलग अलग बैठने की व्यवस्था के साथ जलसे में शामिल हुए और संम्बोधन को सुना।
संचालन मज़हरूल उलूम के मौलाना अब्दुल अलीम साहब ने किया और मुत्तहिदा उलमा कौंसिल के चल रहे इस प्रोग्राम की सहराना करते हुए कहा आज के मौजूदा स्थिति में यह क़दम मील का पत्थर साबित होगा।
क़ौसिल के संयोजक अमीन उद्दीन ने मज़हरूल उलूम के प्रबंधक मौलाना अख़लाक साहब और अतिथियों, मदरसे के साथियों और बच्चों का आभार , धन्यवाद किया।
मुस्लिम समाज की महिलाएं बुराइयों से दूर होकर शिक्षा व संस्कार पर ध्यान दें – मुत्ताहिदा उलमा कौंसिल बनारस
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