” नमो घाट पर जल संरक्षण के लिए बनाई मानव श्रृंखला “
गंगा स्वच्छता के संकल्प को मजबूत करते हुए विश्व जल दिवस 22 मार्च शुक्रवार को नमो घाट पर हाथ से हाथ जुड़े । मानव श्रृंखला बनाकर नागरिकों ने गंगा स्वच्छता का संकल्प लिया । नमामि गंगे व 137 सी ई टी एफ बटालियन (प्रादेशिक सेना) 39 गोरखा राइफल गंगा टास्क फोर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ो लोगों ने जल संरक्षण की शपथ ली । जल शक्ति मंत्रालय राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा आयोजित गंगा स्वच्छता पखवाड़ा व गंगाजल संरक्षण के लिए नमो घाट के गंगा तट की सफाई की गई । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि वर्ष 2024 के लिए विश्व जल दिवस की थीम ‘शांति के लिए जल का उपयोग करना’ रखी गई है। कहा कि भारतीय संस्कृति में नदियों के महत्व को इस तथ्य से जाना जा सकता है कि हमारे जीवन के धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक, व्यापारिक, कृषि, पर्यटन एवं औषधि जैसे न जाने कितने ही ऐसे क्षेत्र हैं जो हमारी नदियों से सीधे तौर पर जुडे हुए हैं। जल और नदियों का सम्मान सदियों से भारतीय परंपरा और संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। वर्तमान पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से जल संकट को दूर करने की ज़रूरत को स्वीकार करते हुए भविष्य के लिए योजना बनाने के महत्व पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर हम पेट्रोल और डीजल के बारे में सोच सकते हैं, तो हमारे जल संसाधनों के बारे में सोचना बेहद जरूरी है जो हमारे जीवन का आधार है।” आयोजन में प्रमुख रुप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, गंगा टास्क फोर्स के सूबेदार दल बहादुर बासनेट और उनके जवान, अभय स्वाभिमानी, दीपक बरनवाल, राजेश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में नागरिक शामिल रहे।