बनारस के यातायात को सुविधाजनक बनाने में आम लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।
शहर के युवाओं ने काशीवासियों को स्वच्छ यातायात साधनों के उपयोग के लिए किया जागरूक।
काशीवासियों ने शहर में हरित परिवहन के लिए दिया अपना सुझाव।
वाराणसी: क्लाइमेट एजेंडा द्वारा संचालित हरित सफ़र अभियान के अंतर्गत बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में स्थित विश्वनाथ मंदिर के पास स्वच्छ एवं समावेशी शहरी परिवहन व्यवस्था के लिए जागरूकता अभियान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। हरित सफ़र अभियान शहरी परिवहन प्रणाली को स्वच्छ ईंधन आधारित समावेशी प्रणाली बनाने के लक्ष्य के प्रति समर्पित है।
कार्यक्रम स्थल पर काशीवासियों से युवाओं ने संवाद किया और एक बेहतर स्वच्छ और समावेशी परिवहन व्यवस्था पर आम जनता से सुझाव भी लिया। हरित सफ़र अभियान का मानना है कि परिवहन व्यवस्था में सुधार के लिए ज़रूरी है कि उसमे समाज के हर वर्ग की सीधे भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
क्लाइमेट एजेंडा की डायरेक्टर एकता शेखर ने बताया कि एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2030 तक सड़क पर चलने वाले वाहनों की संख्या लगभग दोगुनी होकर 200 मिलियन से अधिक होने की उम्मीद है। इस प्रकार सड़कों पर गाड़ियों की बढ़ती संख्या से कार्बन उत्सर्जन तेज़ी से बढ़ रहा है और स्थानीय निवासियों खास कर महिलाएं छात्र-छात्राएं बड़े बुज़ुर्ग और गरीब तबके के लोगों के लिए सार्वजनिक यातायात का उपयोग दिन ब दिन कठिन होता जा रहा है। इसके साथ ही बनारस शहर में हर रोज़ लाखों पर्यटक का आवागमन है ऐसे में सरकार को सतत स्वच्छ और समावेशी परिवहन व्यवस्था को प्राथमिकता देने की ज़रूरत है।
क्लाइमेट एजेंडा की पहल हरित सफ़र अभियान पैदल एवं साइकिल सवार के लिए पैदल पथ एवं साइकिल ट्रैक की सुविधा कार्बन मुक्त सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की समुचित व्यवस्था बस स्टॉप की व्यवस्था महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा के लिए स्ट्रीट लाइट और सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था सड़कों के किनारे एवं डिवाइडर पर ग्रीन बेल्ट का निर्माण आदि सवालों पर आम लोगों के साथ संवाद और स्थानीय समाधानों को सरकार तक पहुँचाने का लक्ष्य ले कर चल रही है l
कार्यक्रम का संयोजन क्लाइमेट एजेंडा से जुड़े छात्र छात्राओं ने कियाl इस कार्यक्रम में निदा बानो हिमांशु कुमार अर्पित तिवारी अनुभव कश्यप अर्पिता सिंह पवन सोनकर अमन यादव कृष्णा सिंह हिमांशु सिंह मंजीत कश्यप निधि यादव नीलमणि इज़्मत अंसारी समेत सैकड़ो काशीवासियों ने भाग लिया।